जहां शांति होती है वहीं राम आते हैं : आचार्य श्याम मनावत

Post by: Aakash Katare

इटारसी। जहां शांति होती है वहीं राम आते हैं, शांति को बिना दान किए राम नहीं मिलते। उक्त उद्गार महाकाल नगरी उज्जैन से आए भागवत कथाकार आचार्य श्याम मनावत ने बीती रात कावेरी स्टेट में आयोजित उनके सम्मान समारोह में व्यक्त किए।

महाराज श्री ने कहा कि दशरथ के घर राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के जन्म के पूर्व शांति का जन्म हुआ था, उन्होंने शांति लोगों में बांटी, दान किया तब उनके घर में भगवान राम का जन्म हुआ। महाराज श्री ने कहा कि जब दशरथ से पूछा कि आप तो बहुत ही संपन्न राजा है फिर आपने बेटी शांति को दान क्यों किया, तब उन्होंने कहा कि शांति प्राप्त करने के बाद जब तक उसे आप दान नहीं करेंगे भगवान राम नहीं मिलेंगे। महाराज श्री ने कहा कि शांति के बिना कुछ भी संभव नहीं है जहां शांति होगी वहीं सुख, समृद्धि और संपन्नता आएगी।

सुंदरकांड के प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि जब भगवान राम सीता को ब्याह कर लाए तो माता केकई ने उन्हें मुंह दिखाई में कनक भवन दे दिया, तो माता सुमित्रा ने उनसे एक कदम आगे बढ़कर अपने बेटे लक्ष्मण को का हाथ माता सीता के हाथ में रखते हुए कहा कि आज मैं यह बेटा आप को दे रही हूं। आज से आप ही इसकी माता और भगवान राम इसके पिता होंगे, अब माता कौशल्या को समझ नहीं आया कि वह माता सीता को मुंह दिखाई में क्या क्या दें, उन्होंने कहा कि जानकी आज से इस पूरे घर का निर्णय कार्यभार में तुमको देती हूं अब सारे निर्णय सीता तुम ही करोगी।

अब राम की बारी थी राम ने सोचा कि तीनों माताओं ने सीता को मुंह दिखाई में एक से बढ़कर एक वस्तुएं प्रदान की है तब अब मैं क्या दूं, तब भगवान राम ने माता सीता कि हाथ पर हाथ रख कर कहा कि सीता मैं आज तुम्हें वचन देता हूं कि मेरे जीवन में, तुम्हारे सिवा और कोई दूसरी स्त्री नहीं आएगी। महाराज श्री ने कहा कि सात वचनों के अलावा यह आठवां वचन सबसे महत्वपूर्ण होता है और इसी वचन के बल पर माता सीता ने अशोक वाटिका में रावण को तिनका उठाकर डरा दिया था।
महाराज श्री श्याम मनावत के इटारसी पहुंचने पर कावेरी स्टेट गेट पर एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, आरडी रघुवंशी सहित कॉलोनी वासियों ने उनका ढोल धमाकों और आतिशबाजी के साथ जोरदार स्वागत किया। महिलाओं ने महाराज श्री की आरती उतारी, कावेरी स्टेट मंदिर पर महाराज श्री का साल श्रीफल से सम्मान किया।

गायिका श्वेता पगारे द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत वंदना प्रस्तुत की। संचालन सर्व ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष जितेंद्र ओझा ने किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई, विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती आशा मौर्य, पत्रकार शिव भारद्वाज, डॉ प्रदीप जायसवाल शिव प्रसाद पांडे, अजय दुबे, योगेश त्रिवेदी, नगरिया प्रदीप सोलंकी सहित बड़ी संख्या में कावेरी स्टेट एवं वीआईपी स्टेट के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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