रामायण मर्यादा से जीना सिखाती है

रामायण मर्यादा से जीना सिखाती है

इटारसी। सिवनी मालवा (Seoni Malwa)तहसील के ग्राम सोमलवाड़ा खेड़ी (Somalwara Khedi)में अंतर्राष्ट्रीय राम कथाकार महंत डॉ सुश्री प्रज्ञा भारती (Dr. Ms. Pragya Bharti)की रामकथा (Ramkatha)1 फरवरी से चल रही है। ग्राम में प्रभु श्री राम (Shri Ram)के जन्म का महोत्सव ऐतिहासिक ढंग से ग्राम में मनाया। पूरे पंडाल में प्रभु श्री राम के जन्म के समय जय-जय श्रीराम जय-जय श्रीराम के नारे लग रहे थे।
कथावाचक डॉ प्रज्ञा भारती ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने अवतार ही विप्र धेनु ओर सुरों और संत के लिए लिया है। उन्होंने कहा कि रामायण मर्यादा से जीना सिखाती है व्यवहार जीवन का प्रमुख अंग है। रामचरितमानस जिस घर में है वहां दुख कभी आ नहीं सकता। डॉ प्रज्ञा भारती ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्री राम का विशाल मंदिर बन रहा है और अब घर-घर में प्रभु श्रीराम को पूजा जा रहा है। हमें स्वीकार करना चाहिए कि प्रभु श्रीराम ही हमारे आराध्य हैं। गांव के पवन गौर (Pawan Gaur), बाराखड के रामबाबू तिवारी (Rambabu Tiwari)सहित होशंगाबाद जिले के सामाजिक धार्मिक कार्यकर्ता वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद पगारे (Pramod Pagare)मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। प्रमोद पगारे ने कहा कि वे इटारसी (Itarsi)सहित देश में बनने वाले किसी भी प्रकार के वंदना दीप ज्योति द्रव्य, को अपने घर में ना लाएं। अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखे, एंड्रॉयड फोन जो महंगे से महंगे आ रहे हैं समय-समय पर चेक करें। वे इस गांव में 30 साल पहले आये थे और आज आये, गांव का माहौल अति सुंदर है। गांव में इस बात का प्रमाण है कि अब पूरे देश में राम राज्य आ रहा है। उन्होंने लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने 9 दिन के लिए अपने गांव में सुश्री प्रज्ञा जी को रामकथा हेतु बुलाया। श्री राम यज्ञ ज्ञान समिति की ओर से पत्रकार प्रमोद पगारे का सम्मान किया। पगारे ने साध्वी प्रज्ञा भारती को शाल श्रीफल एवं पगड़ी पहनाकर पुष्प अर्पित कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर लोहारिया के राजू बैस (Raju Bais)और पत्रकार भूपेंद्र विश्वकर्मा (Bhupendra Vishwakarma)सहित हजारों की संख्या में ग्रामवासी मौजूद थे।

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AUTHORRohit

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