- – जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक के आंकड़े
- – मध्यप्रदेश पर्यटन दिवस 24 मई पर विशेष लेख
इटारसी। जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। ऐतिहासिक धरोहरों, गौरवशाली इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य, विविध वन्यजीव एवं आध्यात्मिक अनुभव के लिये नर्मदापुरम जिले के पर्यटन स्थल देश-दुनिया में प्रख्यात है। आज व्यक्ति अपने को समय देना चाहता है और इस भीड़ भाड़ की दुनिया से दूर जाने का एक अच्छा जरिया है पर्यटन स्थल। उसमें भी पर्यटन ऐसा जहां व्यक्ति को सुकून मिल सके। ऐसा ही मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले में है, जो सुकून शांति के नाम से जाने जाते हैं। जहां हर प्रकार का पर्यटन और एडवेंचर मौजूद हैं।
मध्यप्रदेश ने साल 2023 में 11 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों का स्वागत किया, जो अब तक का रिकॉर्ड है। जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक मप्र में 11 करोड़ 21 लाख पर्यटक पर्यटन स्थलों तक पहुंचे, जिनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या 1 लाख 83 हजार रही। 2019 में कोविड प्रतिबंध लागू होने से पहले कुल 8,90,35,097 पर्यटकों का आगमन हुआ था। 2022 में पर्यटकों की संख्या 3,41,38,757 रही थी। प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक उज्जैन पहुंचे, जिनकी संख्या 5 करोड़ 28 लाख से ज्यादा रही। इसी तरह प्रदेश के टॉप-10 गंतव्यों में पांच गंतव्य धार्मिक पर्यटन से जुड़े हुए हैं। उल्लेखनीय है कि 24 मई को मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम का स्थापना दिवस है, इसी दिन को मध्यप्रदेश पर्यटन दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि, पर्यटकों की रिकॉर्ड वृद्धि प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास, धार्मिक पर्यटन में वृद्धि के साथ ही हमारी अनूठी सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और सभी आगंतुकों के लिए एक यादगार अनुभव सुनिश्चित करने के हमारे ठोस एवं समर्पित प्रयासों का प्रमाण है। अपनी सेवाओं में लगातार सुधार कर और अपने क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और जीवंत परंपराओं को प्रचारित कर हम सफलतापूर्वक अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसका फायदा स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिल रहा है और साथ ही हमारे समुदायों के विकास हेतु स्थायी अवसर सृजित हो रहे है।
धार्मिक स्थलों का दबदबा
आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के सर्वश्रेष्ट 10 गंतव्यों में से पांच गंतव्य धार्मिक स्थल उज्जैन, मैहर, चित्रकूट, ओंकारेश्वर और सलकनपुर है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला के मुताबिक कई लोग धार्मिक स्थलों पर जाकर मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। धार्मिक स्थलों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। यह स्थल प्राचीन इतिहास, वास्तुकला और संस्कृति का अद्भुत मिश्रण होते हैं। उज्जैन में महाकाल लोक, ओंकारेश्वर में एकात्म धाम जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं ने भी प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ाने में मदद की है। नर्मदापुरम (पचमढ़ी, मढ़ई, नर्मदापुरम,आदमगढ़)-में 2283837 पर्यटक पहुंचे।
प्रदेश में वर्ष वार-पर्यटकों की संख्या
- 2023- 112129094
- 2022- 3,41,38,757
- 2021- 2,55,95,668
- 2020- 21400693
- 2019- 8,90,35,097
- 2018- 8,46,14,456
- 2017- 58862584