सिनेमा पर संकट, लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू से 11 फिल्मों की रिलीज अटकी

सिनेमा पर संकट, लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू से 11 फिल्मों की रिलीज अटकी

MUMBAI: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। पिछले एक साल में लगभग 2000 करोड़ का नुकसान झेल चुके बॉलीवुड (BollyWood) के अगले कुछ महीनों में 1100 करोड़ रुपए से ज्यादा दांव पर लगे हैं। कोई 11 फिल्में हैं, जो बनकर तैयार हैं और बड़े पर्दे पर उतरने की बाट जोह रही हैं। देश में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) के बढ़ते जा रहे दायरे के कारण फिल्मों की रिलीज डेट फिर आगे बढ़ाई जा रही हैं। ऐसे में पिछले साल के नुकसान की भरपाई तो दूर, इस साल की कमाई भी मुश्किल में दिख रही है।

नवंबर 2020 से मार्च 2021 तक कुछ फिल्में बड़े पर्दे आईं भी, लेकिन उनका जो हश्र हुआ, उसे देखकर भी बॉलीवुड सहमा हुआ है। सिर्फ एक फिल्म ‘रूही’ को छोड़कर बाकी कोई भी अपनी लागत तक निकालने में कामयाब नहीं हुई। सबसे बुरा हाल परिणीति चोपड़ा और अर्जुन कपूर की फिल्म संदीप और पिंकी फरार का हुआ। जो करीब 25 करोड़ की लागत में बनी और महज 35 लाख की कमाई ही कर पाई।

6 महीने में 3000 करोड़ का घाटा
ट्रेड एनालिस्ट गिरीश वानखेड़े ने बताया कि 2021 में हिंदी में 50 से ज्यादा बड़ी फिल्में रिलीज होने की उम्मीद थी। दस हजार स्क्रीन्स पर ये फिल्में रिलीज होनी थीं। जो कम से कम 5000 करोड़ की कमाई के आंकड़े को छू सकने का माद्दा रखती थीं, लेकिन 2021 की पहली तिमाही में जो फिल्में रिलीज हुईं, वो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रहीं। दूसरी तिमाही में कोरोना की इस नई लहर ने दस्तक दे दी है, जो आगे जाकर अगर कम हो जाती है, तब भी आधा साल खत्म होने तक बॉलीवुड को 3 हजार करोड़ के आसपास का तो नुकसान होगा ही।

रिलीज कैलेंडर बिगड़ा
कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण फिल्मों की रिलीज पोस्टपोन होना शुरू हो गई है। अप्रैल में ‘चेहरे’, ‘सूर्यवंशी’ और ‘थलाइवी’ और ‘बंटी बबली-2’, मई में ‘राधे’, ‘सत्यमेव जयते-2’, ‘बेल बाटम’ और जून में ‘83’ और ‘शमशेरा’ की रिलीज डेट लगभग फिक्स हो चुकी थी, लेकिन इन्हें स्थितियां सामान्य होने तक इन्हें टाल दिया गया है।

अजय ने ओटीटी की ओर रुख किया
फिल्म ‘लक्ष्मी’ को हॉट-स्टार पर रिलीज किया था। उसका बजट था 135 करोड़ रुपए था। कोरोना के खतरे को देखते हुए डिले हो रही फिल्म ‘भुजः द प्राइड इंडिया’ जो 135 करोड़ की लागत से बनी है। अजय देवगन स्टारर फिल्म को भी निर्माताओं ने हॉटस्टार पर रिलीज करने का निर्णय ले लिया है। हॉटस्टार ने ‘भुजः द प्राइड इंडिया’ के साथ दो और फिल्में अजय देवगन के मार्फत खरीदी थीं। ‘खुदा हॉफिज ’ और ‘दी बिग बुल’। दोनों फिल्में हॉटस्टार पर रिलीज हो चुकी हैं। ‘दी बिग बुल’ फिल्म का बजट 32.50 करोड़, ‘खुदा हॉफिज ’ का बजट 28 करोड़ था। ट्रेंड पंडित ऐसा अनुमान लगा रहे हैं कि अभी हॉट स्टार आईपीएल को लाइव दिखाने में बिजी है। आईपीएल खत्म होते ही फिल्म ‘भुज’ जून में रिलीज होगी। ऐसा भी माना जा रहा है कि मई 2021 में इस फिल्म का प्रमोशन शुरू हो जाएगा।

ओटीटी बड़े बजट के लिए नहीं
दूसरी ओर सलमान खान, जॉन अब्राहम और रिलायंस एंटरटेनमेंट कह रहे हैं कि वह अपनी फिल्म को ओटीटी पर रिलीज नहीं करेंगे। अक्षय कुमार स्टारर फिल्म ‘बेलबाटम’ 28 मई को रिलीज होनी है। ऐसा माना जा रहा है कि ये फिल्म भी अक्षय कुमार ओटीटी को नहीं देंगे। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लगातार फिल्में और वेब सीरीज आ रही हैं, लेकिन उनमें बिजनेस का दूसरा मॉडल काम करता है। ओटीटी कंपनियां फिल्मों के लिए थियेट्रिकल रिलीज जितना बड़ा बजट नहीं देतीं। इसलिए सूर्यवंशी और 83 जैसी बहुत बड़े बजट की फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने से प्रोड्यूसर कतरा रहे हैं क्योंकि ये उन्हें लागत से थोड़ा ही ज्यादा पैसा देते हैं। 200-300 करोड़ के बजट की उम्मीद इनसे नहीं की जा सकती, इसलिए थिएट्रिकल रिलीज ही आखिरी रास्ता बचता है।

कई बड़ी फिल्में हो गईं फ्लॉप

कोरोना काल में मार्च 2021 तक कुछ फिल्में रिलीज हुईं। जैसे राजकुमार राव-जान्हवी कपूरी की ‘रूही’, कियारा आडवाणी की ‘इंदू की जवानी’, परिणीति चोपड़ा-अर्जुन कपूर की ‘संदीप और पिंकी फरार’, परिणीति की ही ‘साइना’, जॉन अब्राहम और इमरान हाशमी की ‘मुंबई सागा’ के अलावा ‘फ्लाइट’, ‘कोई जाने ना’ जैसी कई छोटी बड़ी फिल्में। इन फिल्मों का अनुमानित बजट कुल मिलाकर करीब 300 करोड़ मान लिया जाए तो भी मेकर्स को 1000 करोड़ रुपए की बिजनेस की उम्मीद थी, पर इनमें से ज्यादातर फिल्में लागत जितना पैसा भी नहीं निकाल पाई।

तीन महीने तक तो उम्मीद नहीं लगती
ट्रेंड एनालिस्ट्स और कम्पलीट सिनेमा मैगजीन के एडिटर अतुल मोहन ने बताया कि हालात गंभीर हो गए हैं। जनवरी-फरवरी में इंडस्ट्री को लगा कि हालात बेहतर हो रहे हैं, तब फिल्में एनाउंस हुईं। सिनेमाहॉल खुल गए। काफी हद तक सब कंट्रोल हो गया था। राधे और सूर्यवंशी फिल्म की डेट एनाउंस हुई। सभी पॉजिटिव अप्रोच के साथ चल रहे थे कि अब ठीक होगा। प्लानिंग भी कर रहे थे कि अचानक मार्च में फिर से पिछले साल जैसे हालात हो गए। स्टेट वाइज सब बंद होने लगा। सिनेमाहॉल बंद होने लगे। साउथ में भी 50% दर्शकों के साथ फिल्म चलाने का ऐलान हुआ। अभी जिस तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखकर यही लगता है कि अगले तीन महीने तो कोई उम्मीद नजर नहीं आती। बहुत बड़ा लॉस है इंडस्ट्री और सभी के लिए। पिछले साल की जो फिल्में रुकी हुई थीं, वो रिलीज हुईं तो मुंह के बल गिरीं। अभी 11 फिल्में हैं जो रिलीज के लिए तैयार हैं। करोड़ों का नुकसान हो रहा है फिल्ममेकर्स और उससे जुड़े लोगों को। लगभग 135 करोड़ की लागत से बनी भुज पहले सिनेमाघर में रिलीज होनी थी, लेकिन अब हॉटस्टार पर इसे रिलीज करेंगे।

थियेटर कब खुलेंगे पता नहीं
मेकर्स की चिंता ये भी है कि जिस तरह से कोरोना ने पिछले एक महीने में फिर से अपने पैर पसारने शुरू किए हैं, उसके आगे सरकारें बेबस नजर आ रही हैं और लॉकडाउन के अलावा उन्हें कोई और रास्ता नहीं सूझ रहा। ऐसे में फिर से थियेटर कब खुलेंगे और 100% ऑपरेशन में आएंगे, इसमें भी लंबा वक्त लगने की आशंका है।

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