नई पेंशन योजना हटाएं, केन्द्र के समान दिए जाएं भत्ते
– मप्र शिक्षक संघ तीन सूत्री मांगों को लेकर आज से करेगा आंदोलन
इटारसी। मध्यप्रदेश शिक्षक संघ की प्रांतीय बैठक में लिए निर्णय के अनुसार संघ आंदोलन करेगा। नर्मदापुरम (Narmadapuram) जिला संघ की तीन सूत्री मांगों के निराकरण हेतु चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी है।
तय कार्यक्रम के अनुसार कल 7 मार्च को नर्मदापुरम के सभी विकासखंडों में एवं 11 मार्च को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन रैली की जाएगी। इस अवसर पर संघ द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), राज्यपाल, वित्त मंत्री एवं स्कूल शिक्षा मंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। कलेक्टर (Collector) के जरिए यह ज्ञापन राज्य सरकार तक भेजा जाएगा, संघ पदाधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार इसके बाद भी नहीं सुनती है तो आगामी दिनों में प्रदेश स्तरीय आंदोलन राजधानी में खड़ा किया जाएगा। कर्मचारियों एवं शिक्षकों के साथ लगातार हो रहे इस छलावे के विरुद्ध आवाज बनने के लिए सभी पदाधिकारी मौजूद होकर शिक्षकों की मांग उठाएंगे।
यह हैं मांगें
30-35 वर्षों तक एक ही पद पर सेवारत सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रधानाध्यापक, व्याख्याता, प्राचार्य सहायक संचालक- उपसंचालक को योग्यता एवं प्राप्त वेतनमान के आधार पर अपग्रेड कर उच्च पदनाम दिया जाए। साल 2005 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय पेंशन योजना (National Pension Scheme) प्रदेश के लिए अनिवार्य नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने नई पेंशन योजना प्रारंभ की। यह योजना कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में असफल सिद्ध हो रही है जिससे नवीन शिक्षक संवर्ग सहित समूचे कर्मचारी जगत में असुरक्षा, भय एवं अवसाद का माहौल है, इसे लेकर नवीन शिक्षक संवर्ग सहित समस्त कर्मचारियों को वरिष्ठता को यथावत नियुक्ति दिनांक से मानते हुए पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। केन्द्र के समान यथावत वेतनमान गृह भाड़ा भत्ता, पात्रताधारी गुरुजियों को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देते हुए नवीन शिक्षक संदर्भ की रोकी गई क्रमोन्नति आदेश जल्द जारी किए जाएं।