भोपाल, जबलपुर, खजुराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा मध्य प्रदेश का छठा एयरपोर्ट
रीवा/भोपाल, 20 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मध्य प्रदेश को छठवें एयरपोर्ट की सौगात दी। उन्होंने वाराणसी से रीवा में नवनिर्मित एयरपोर्ट का वर्चुअली लोकार्पण किया। इस अवसर पर रीवा एयरपोर्ट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल एवं जगदीश देवड़ा, रीवा के प्रभारी मंत्री प्रह्लाद पटेल, सांसद जनार्दन मिश्र मंच पर मौजूद रहे।
भोपाल, जबलपुर, खजुराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा मध्य प्रदेश का छठा एयरपोर्ट है, जिसे डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने लाइसेंस दिया है। प्रधानमंत्री द्वारा इसका लोकार्पण करने के बाद यहां एयरक्राफ्ट आसानी से उड़ान भरेंगे। इस एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होने से प्रदेश के 65 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। साथ ही रीवा की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों को भी राहत मिलेगी।
लोकार्पण से पहले रीवा एयरपोर्ट पर पहली बार 19 सीटर विमान की लैंडिंग हुई। लैंडिंग के दौरान विमान का वॉटर कैनन सैल्यूट देकर स्वागत किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रीवा एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया गया। अब 5 नवम्बर से इस एयरपोर्ट से नियमित रूप से विमान उड़ान भरेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम 999 रुपये में रीवा से भोपाल की हवाई यात्रा कराएंगे।
रीवा एयरपोर्ट – एक नजर में
- – 450 करोड़ रुपये की लागत।
- – 102 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित।
- – 30 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा रन-वे।
- – रन-वे के दोनों तरफ़ 3.5 मीटर के दो शेल्टर।
- – टर्मिनल में बैठने की अच्छी व्यवस्थाएँ।
- – साफ़-सुथरे शौचालय।
- – यात्री सहायता के लिए सूचना डेस्क।
- – स्क्रीनिंग उपकरण और प्रशिक्षित कर्मियों से लैस सुरक्षा उपाय।
- – यात्री और कार्गो विमान भर सकेंगे उड़ान।
- – भोपाल के लिए 72 सीटर विमान सेवाएं शुरू होंगी।
- – भविष्य में अन्य बड़े शहरों तक होगा इसका विस्तार।
- – जनरेटिव एआई की सुविधा एक्सपेरिमेंट के तौर पर उपलब्ध।