इटारसी। भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल इटारसी ने जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि आज बलिदान दिवस के रूप में मनायी। पार्टी नगर मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों में उनके राष्ट्रवादी जीवन को चरितार्थ कर उनकी देशप्रेम की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है।
डॉ. मुखर्जी ने एक नए भारत का सपना देखा था। उनका एक ही नारा था एक देश, दो विधान दो, निशान नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे। इसके लिए उन्होंने कहा था कि अगर बलिदान भी होना पड़े तो में तैयार हूं। लेकिन देश को 2 हिस्सों में बांटने वाली धारा 370 को हटाकर ही चैन की सांस लूंगा। 23 जून 1953 को कश्मीर दौरे पर उनकी रहस्यमयी मौत ने मानो एक उगते सूर्य का अस्त कर दिया हो। जब 2014 भाजपा पूर्ण बहुमत में आई और 2019 में भाजपा के पुन: सरकार में आने पर मोदी सरकार ने कश्मीर में 370 के साथ तमाम उन अवरोधों को समाप्त किया, जो देश भावना के उलट आजादी के बाद से देश के प्रति अलग दृष्टिकोण रखते थे।
कार्यक्रम में पार्टी के जिला उपाध्यक्ष संदेश पुरोहित, कल्पेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, विश्वनाथ सिंघल, पंकज चौरे, भरत वर्मा, जगदीश मालवीय,प्रमोद पगारे, अभिषेक तिवारी, प्रदीप रैकवार, अभिषेक सोनी, ऋषभ दुबे, सीमा सोनी, जसवीर छाबड़ा, राकेश जाधव, राजा तिवारी, विवेक मालवीय, मुकेश सोनी, नरेंद्र राजपूत ,मुकेश मैना, गौरव बड़कुर, सौरभ मेहरा, आशीष मालवीय, दिलीप पटेल, धनपाल पटेल, कुलदीप रावत, हन्नु बंजारा, पूरन मेशकर, राजू अग्रवाल, रेखा मालवीय, डॉ नीरज जैन, रंजीत चावला, आशु शर्मा, यज्ञदत्त गौर, मनोज पोपली, अनिल गेलानी, कैलाश रैकवार, डॉ. श्रीधर बघेल, लक्ष्मीनारायण चौहान गोपाल शर्मा बेअंत सिंह, शैलेश योना आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।