एमजीएम कालेज में वीर बाल दिवस पर बतायी बलिदान गाथा

Rohit Nage

Dr RB Agrawal

इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय, इटारसी में वीर बाल दिवस के अवसर पर व्याख्यान में गुरुद्वारा से ज्ञानी प्रभजीत सिंह, प्राचार्य डॉ राकेश मेहता, डॉ ओपी शर्मा, डॉ अरविंद शर्मा, डॉ रश्मि तिवारी, मंचासीन रहे।

प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने संबोधित करते हुए कहा कि मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों को निछावर किया ऐसे साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह को आज हम नमन करते हैं तथा उनके बलिदान को इतिहास में सदैव याद किया जाएगा। इस प्रकार का बलिदान मानव जाति की रक्षा के लिए असीमित सोच को दर्शाता है इत्यादि बातें कहीं।
मुख्य वक्ता गुरुद्वारा से ज्ञानी प्रभजीत सिंह ने कहा कि हमें इतिहास के पहले उनको पढऩा अति आवश्यक है, जो हमें पढ़ाया ही नहीं गया।

इस अवसर पर उन्होंने गुरु तेग बहादुर और दशमेश गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बलिदान इतिहास को अपने व्याख्यान में विस्तार से समझाया। महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर ओपी शर्मा ने कहा कि धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए फतेह सिंह और जोरावर सिंह अपना प्राण देना स्वीकार किया परंतु धर्म छोडऩे को तैयार नहीं हुए।
भाई मती दास और भाई सती दास तथा भाई दयाल के बलिदान को भारत की युवा पीढ़ी को याद करना चाहिए तभी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। व्याख्यानमाला में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। संचालन डॉ. संतोष कुमार अहिरवार ने किया।

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