- कौन जिम्मेदार? एक परिसर में संचालित नहीं है एकीकृत शाला
रितेश राठौर केसला। आदिवासी विकासखंड केसला के ग्राम केसला में शासकीय प्राथमिक शाला अहीरपुरा के बच्चों का भविष्य अंधकार में है। लगभग 4 महीने पहले एक शिक्षक रिटायर हो चुका है, जब से एक शिक्षिका कक्षा पहली से पांचवी तक बच्चों को पढ़ा रही है, इसकी जानकारी बच्चों के माता-पिता को लगी, जब मालूम हुआ कि स्कूल को एकीकृत शाला कर दिया है। कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक ही शिक्षक पढ़ा रही हैं। मौखिक और आवेदन के रूप में शिकायत की गई है।
एक शाला, एक परिसर में
- बालक आश्रम अंग्रेजी माध्यम केसला कक्षा 01 से 08 तक
- कन्या हाई स्कूल केसला कक्षा 9 वी 10 वी
- शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केसला
शासकीय प्राथमिक शाला अहीरपुरा जो एक परिसर में संचालित नहीं है, एकीकृत शाला से लगभग 500 मीटर दूर है। बीच में केसला से ताकू रोड आती है। इन संस्थाओं से दूर है, इसलिए इसको एकीकृत शाला से संचालित नहीं किया जाए, ऐसा यहां के निवासियों ने आवेदन भी दिया। अभिभावकों का कहना है कि हमारे बच्चों की जिंदगी से क्यों खेला जा रहा है? शिक्षक कक्षा के हिसाब से पर्याप्त होना चाहिए, जिससे बच्चों का भविष्य संकट में न रहे। गरीब का बच्चा भी पढ़े-लिखे और देश की सेवा करे। हम बच्चों को प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ा सकते?
बच्चों को सरकारी स्कूल में पढऩे के लिए, अपना भविष्य बनाने के लिए, देश को आगे ले जाने के लिए बिना शिक्षक के संभव ही नहीं हैं, कैसे पढ़ेगा, बिना पढ़े लिखे कैसे बढ़ेगा?30 सितंबर 2024 दिन सोमवार को स्कूल का वीडियो बनाया गया, जिसमें शिक्षक छुट्टी पर गई थी। स्कूल खुला हुआ था, बच्चे स्कूल आए हुए थे, बस इंतजार था टीचर का। टीचर तो नहीं आए लेकिन स्कूल के पास रह रहे निवासी आ गए जिन्होंने स्कूल का वीडियो बनाया, बच्चों ने मध्य भोजन किया, छुट्टी जैसा आनंद लिया। 181 पर शिकायत की गई, व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल हुआ।
बिना टीचर के कक्षा पहली से पांचवी तक बच्चे स्कूल में ? लेकिन स्कूल में स्थाई-अस्थाई रूप से दूसरा टीचर बढ़ाने के लिए नियुक्त नहीं किया? वीडियो वायरल होने के बाद अब स्कूल में टीचर बदल-बदल के आ रहे हैं। कब तक चलेगा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ इसका कौन जिम्मेदार?