वेतन न होने से नाराज थे सफाई कर्मचारी, अब आ गयी सबके खाते में सैलरी

Post by: Aakash Katare

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इटारसी। रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर नयी ठेका कंपनी से वेतन नहीं मिलने से सफाई कर्मचारी नाखुश होकर स्टेशन अधीक्षक (Station Superintendent) के पास पहुंचे और अपनी पीड़ा बतायी। उच्च स्तर पर बात करके स्टेशन अधीक्षक डीएस चौहान (Station Superintendent DS Chauhan) ने इन कर्मचारियों का वेतन भुगतान करा दिया है।

बता दें कि रेलवे स्टेशन (Railway station) के सफाई कर्मचारियों को एक माह से वेतन नहीं मिला था। इस मामले में स्टेशन प्रबंधक (Station Manager) से भी बात कर अपना पक्ष रखा। इनमें महिला कर्मचारी भी शामिल हैं। रेलवे स्टेशन पर नयी कंपनी ने 70 कर्मचारी रखे हैं। स्टेशन प्रबंधक श्री चौहान (Station Manager Mr. Chauhan) ने कहा कि सफाई कर्मचारी मिलने आये थे, कुछ का कल शाम को वेतन भुगतान हो गया और आज सभी के खाते में उनका वेतन पहुंच गया है।

इसलिए हुई है देरी

दरअसल, कंपनी को यहां नया ठेका मिला है। शुरुआती दिनों में व्यवस्था बनाने में समय तो लगता है। सभी कर्मचारियों की जानकारी एकत्र करना, उनके खाते नंबर एकत्र करना और रिकार्ड बनाने में वक्त लगता है। यहीं कारण है कि वेतन भुगतान में कुछ विलंब हुआ है। ऐसा बताया गया है कि आने वाले दिनों में देरी न हो, इसके लिए कंपनी अपनी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त कर रही है।

नयी कंपनी को मिला है ठेका

उल्लेखनीय है कि रेलवे जंक्शन (Railway Junction) की सफाई के ठेके में रेलवे ने बड़े स्टेशनों की तर्ज पर नया प्रयोग किया है। अब स्टेशन की सफाई का ठेका स्क्वायर फीट के हिसाब से दिया है। इस प्रयोग के जरिए रेलवे सालाना करीब 9 करोड़ रुपये की बचत करेगी। अभी तक हर साल सफाई ठेके पर इटारसी से 15 करोड़ रुपये का भुगतान कंपनी को होता था, लेकिन नए पेटर्न में यह ठेका महज 6 करोड़ रुपए में गया है। रेलवे वाणिज्य विभाग (railway commerce department) ने रवि सिक्युरिटी कंपनी को नया टेंडर दिया है। कंपनी ने 9 अगस्त से काम संभाल लिया है। कंपनी को हर माह स्क्वायर फीट के हिसाब से भुगतान किया जाता है।

इन जगहों पर होना है सफाई

रेलवे ने अपने ट्रेक, प्लेटफार्म, आउटर एरिया, फुटब्रिज, नए फुटब्रिज एवं परिसर को शामिल किया है। रेलवे की नपाई में करीब 4 लाख स्क्वायर फीट की लंबाई नापी गई है। इस कंपनी को पूर्व में बीना स्टेशन की सफाई का काम दिया गया है।

हर दिन एक लाख का भुगतान

अधिकारियों का कहना है कि नए सिस्टम से रेलवे को पैसों की बचत होगी, इससे पहले यहां एपकान इंडिया, डायनामिक, कैफरी इंदौर को पूर्व में ठेके दिए जाते रहे। रोज करीब एक लाख रुपये का खर्च सफाई के ठेके पर होता था, इसमें सफाई कंपनी तीन शिफ्ट में 145 कर्मचारियों के अलावा सफाई उपकरण, फिनाइल, कीटनाशक पावडर, मशीनें और कर्मचारियों की सुरक्षा किट मुहैया कराती थी। नए नियम के तहत अब पूरा स्टेशन स्क्वायर फीट के हिसाब से साफ कराया जाएगा। अभी तक प्रति कर्मचारी 444 रुपये कंपनी देती थी। 145 कर्मचारियों की हाजिरी पर ही रोज करीब 60 हजार रुपये का भुगतान होता था।

इनका कहना है..

करीब दो दर्जन सफाई कर्मचारी मिलने आये थे। उनको वेतन नहीं मिला था। सभी को समझाया और संतुष्ट करके भेजा था। अब सभी के खाते में वेतन पहुंच गया है।

देवेन्द्र सिंह चौहान, स्टेशन अधीक्षक

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