इटारसी। श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर तुलसी चौक में श्री राम जन्मोत्सव समिति के द्वारा 60 वे वर्ष में आयोजित श्री राम कथा महोत्सव में श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में कहा है कि बिना सत्संग के व्यक्ति में सन्मति और सद्विचार नहीं आ सकते। श्री रामकथा व्यक्ति को जीवन मे उसके महानतम स्वरूप तक ले जाने में सक्षम है। डॉ शर्मा ने कहा कि में 48 वर्षों से इटारसी में हूं और इतने ही समय से रामजन्म महोत्सव समिति से जुड़ा हुआ हूं लेकिन पहली बार की रामकथा में इतना आनंद आया है।
समिति के संरक्षक प्रमोद पगारे ने कहा कि इटारसी के इतिहास में पहली बार श्री युवराज स्वामी जी के मुखारबिंद से बाल्मीकि रामायण पर प्रवचन सुनने का मौका हमें मिला है। पगारे ने कहा कि विधायक सीतासरन शर्मा की कर्मठता का फल है, कि शहर में श्रीराम जन्म महोत्सव जैसा अद्वितीय आयोजन सफलता पूर्वक इतने वर्षों से हो रहा है। कथा में महाराज जी न सिर्फ महर्षि बाल्मीकि रचित रामायण हम सभी के सुनायी बल्कि देश दुनिया में धर्म की आड़ में फैल रहे पाखंड से दूर होकर धर्म से ईश्वर से सीधा जुडऩे का रास्ता भी दिखाया।
समिति के अध्यक्ष सतीश अग्रवाल सांवरिया ने कहा कि ठाकुर जी की कृपा से यह आयोजन 60 वे वर्ष में सफलता पूर्वक संपन्न हो पाया है। समिति के सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। कार्यकारी अध्यक्ष जसवीर सिंह छाबड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्षों से श्रीराम जन्म महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है, पिछले कुछ वर्षों में हमें भी समिति से जुड़कर आयोजन में सेवा देने का सौभाग्य मिला है, यह आयोजन ओर महाराज जी के प्रवचन से नई पीढ़ी को धर्म के प्रति लगाव और जानने का अवसर मिला है।
श्री रामजन्ममहोत्सव के सचिव अशोक शर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी सदस्यों, दानदाताओं, सहयोगियों एवं कवरेज देने वाले सभी प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। व्यास पीठ पर श्री श्री 1008 युवराज स्वामी श्री रामकृष्णाचार्य ने कथा प्रसंग को विस्तार देते हुए रामसेतु निर्माण, लंका आगमन, अंगद को शांतिदूत बनाकर भेजना एवं श्रीराम रावण युद्ध प्रसंग का सार श्रोताओं को सुनाया। उन्होंने कहा कि रावण हर बात में प्रभु श्रीराम से श्रेष्ठ था, परंतु उसके कुचरित्र के कारण उसने सीताहरण किया। उसे अहंकार था कि जब वह विश्व की हर वस्तु व्यक्ति को जीत सकता है तो परमसुन्दरी माता सीता उसकी क्यो नही हो सकतीं।
प्रभु श्रीराम ने रावण के अहंकार का नाश कर उसे परलोक पहुचाया और जगत को रावण के अत्याचारों से मुक्ति दिलवायी। प्रभु ने रावन वध के बाद लंका का राजपाठ विभीषण को सौपा ओर स्वयं माता सीता, लक्ष्मण जी, हनुमान जी सहित अयोध्या में लौट आये। समिति के प्रवक्ता भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि कथा में समिति के मुख्य संरक्षक विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, संरक्षक प्रमोद पगारे, अध्यक्ष सतीश अग्रवाल सावरिया, रमेश चांडक,कार्यकारी अध्यक्ष जसवीर सिंह छाबड़ा, सचिव अशोक शर्मा, कोषाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा सहित अतिथि के रूप में पधारे मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता विश्वनाथ सिंघल, नपा उपाध्यक्ष निर्मल राजपूत, नीरज जैन, राहुल चौरे, जयकिशोर चौधरी, राजा तिवारी, राकेश जाधव, मनजीत कलोसिया सहित शहर के विभिन्न गणमान्य नागरिकों एवं भागवत गोष्ठी के सदस्यों ने महाराज जी एवं व्यासपीठ का पुष्पहार से स्वागत किया।
कल निकलेगी भव्य श्रीराम शोभायात्रा
गुरुवार को श्रीरामनवमी के अवसर पर मंदिर परिसर से भव्य विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो बाजार के मुख्य मार्गों से होते हुए पुन: मंदिर परिसर पहुंचेगी। समिति ने धार्मिक बंधुओं से अधिक से अधिक संख्या में शोभायात्रा में शामिल होने का आग्रह किया है।