- – तीन दिन चलेगा संस्कृत दिवस महोत्सव
- – ओम के ध्वज का ध्वजारोहण कर आगाज
- – ब्रह्मचारियों ने आगंतुकों को तिलक लगाया
इटारसी। महर्षि दयानंद गुरुकुल आश्रम जमानी (Maharishi Dayanand Gurukul Ashram Jamani)में आज से तीन दिवसीय संस्कृत दिवस महोत्सव (Sanskrit Day Festival) का आयोजन प्रारंभ हुआ। शुभारंभ आश्रम के बालकृष्ण मालवीय (Balkrishna Malaviya) ने ओम ध्वज का ध्वजारोहण करके किया। उपस्थित ब्रह्मचारियों ने आगंतुकों का तिलक लगाकर स्वागत किया।
संस्कृत दिवस महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर विशेष यज्ञ का आयोजन किया, बच्चों ने संस्कृत में भाषण दिया और गीत गाये। इस अवसर पर बच्चों को पुरस्कार प्रदान किये और मिष्ठान का वितरण भी किया गया। आचार्य सत्यप्रिय (Acharya Satyapriya) ने संस्कृत में अपना उद्बोधन दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बालकृष्ण मालवीय ने कहा कि श्रावणी पर्व प्रायश्चित का पर्व है। यह श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
यज्ञोपवीत धारी ब्रह्मचारी यज्ञोपवीत बदलते हैं और इसी दिन देव भाषा संस्कृत का दिवस भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्कृत पूर्ण रूप से परिष्कृत भाषा है। उन्होंने अपने उद्बोधन में इसरो प्रमुख सोमनाथन (ISRO chief Somanathan) के उस कथन को भी कोट किया जिसमें उन्होंने संस्कृत को विज्ञान के निकट होने की बात कही थी। कार्यक्रम का संचालन आचार्य राहुल (Acharya Rahul) ने किया। गुरुकुल के व्यवस्थापक सत्यप्रिय ने वैदिक हवन संपन्न कराया एवं सामवेद के मंत्रों का गायन किया।