इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि गायिका राशि खाड़े उपस्थिति रही। प्रारंभ मां सरस्वती के पूजन एवं आरती के साथ हुआ, जिसमें सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्राओं ने भाग लेकर मां सरस्वती से सर्वमंगल की कामना की। गायिका राशि खाड़े ने सरस्वती वंदना एवं प्रेरक गीतों की प्रस्तुति दी। राशि खाड़े ने लता मंगेशकर के गीत ‘ए मेरे वतन के लोगोंÓ गाकर सभी को भावुक कर दिया।
महाविद्यालय की छात्रा शीतल और रिया चौरसिया ने देवी स्वरूप में नृत्य प्रस्तुत किया जिसे काफी सराहा गया। प्राचार्य डॉ आरएस मेहरा ने कहा कि आज हम न केवल ज्ञान, शिक्षा और संस्कृति की देवी मां सरस्वती का पूजन कर रहे हैं बल्कि बसंत ऋतु का स्वागत भी कर रहे हैं जो नई उमंग और नई आशाओं का प्रतीक है। संयोजक डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि ज्ञान की देवी मां सरस्वती का वंदन है वसंत। वसंत का आगमन एक प्राकृतिक त्योहार है, जो सबके लिए समान है, इसलिए यह हमें विशुद्ध मानव बना देता है और उसे अंकुरित बीज की तरह मानव और प्रकृति के संबंधों को खिलाने का एक मौका देता है। रविंद्र चौरसिया ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देते हैं जिसमें हम सभी अपनी संस्कृति एवं परंपराओं को साझा करते हैं।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ नेहा सिकरवार ने कहा कि बसंत पंचमी को जन्मे हिंदी साहित्य के महान कवि और लेखक सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का साहित्य हिंदी साहित्य की एक अनमोल धरोहर है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं प्रेम, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय को दर्शाती है। कार्यक्रम में डॉ हरप्रीत रंधावा, मंजरी अवस्थी, डॉ शिरीष परसाई, स्नेहांशु सिंह, डॉ. हर्षा शर्मा, रविंद्र चौरसिया, डॉ मुकेश चंद्र बिष्ट, डॉ संजय आर्य, डॉ शिखा गुप्ता, डॉ नेहा सिकरवार, प्रिया कलोसिया, क्षमा वर्मा, हेमंत गोहिया, करिश्मा कश्यप, एनआर मालवीय, राजेंद्र कुशवाहा, हरिशंकर निगोते, अरविंद भदौरिया तथा छात्राएं उपस्थित थीं।