रेलवे बुकिंग कार्यालय में साढ़े चार लाख का घोटाला, दो महिला कर्मचारी सस्पेंड

Post by: Rohit Nage

Scam of Rs 4.5 lakh in railway booking office, two female employees suspended

इटारसी। भोपाल मंडल के इटारसी रेलवे जंक्शन के बुकिंग कार्यालय में बड़ा घोटाला तब सामने आ गया, जब जबलपुर से आई विजीलेंस की टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान टिकट विक्रय की साढ़े चार लाख रुपए की राशि कम पाई गई। टीम द्वारा शुक्रवार को दिन भर जांच की गई। टीम ने रात भी इटारसी में गुजारी।

सुबह दो महिला बुकिंग क्लर्क की संदिग्धता पाए जाने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। यह मामला दो दिनों से रेलवे अधिकारी और कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। रेलवे बुकिंग कार्यालय में भी घोटाले सामने आ रहे हैं। टिकट विक्रय की राशि में हेरफेर का बड़ा मामला पश्चिम मध्य रेल भोपाल मंडल के इटारसी रेलवे जंक्शन के बुकिंग कार्यालय में सामने आया है। दरअसल, जबलपुर की विजिलेंस टीम को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी, इटारसी बुकिंग कार्यालय में टिकट विक्रय की राशि में हेरफेर किया जा रहा है। तब विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से शुक्रवार को सुबह बुकिंग कार्यालय में छापामार कार्रवाई कर डाली।

इस दौरान टीम द्वारा बुकिंग खिडकियों में पदस्थ कर्मचारियों की शासकीय और निजी राशि का भौतिक सत्यापन किया गया। जांच के दौरान साढ़े चार लाख रुपए की राशि कम पाई गई। इतनी बड़ी राशि में हेरफेर किसने किया यह बड़ा सवाल है। हालांकि इस मामले में बुकिंग पर्यवेक्षक की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। यही वजह है कि जांच के बाद दो महिला कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया। दो दिन चली जांच जबलपुर से आई सतर्कता विभाग की टीम ने शुक्रवार को सुबह दस बजे छापामार कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई पूरे दिन चलती रही, बुकिंग पर्यवेक्षक के बंद कमरे में यह जांच देर शाम तक चली। इसके बाद भी जांच पूरी नहीं हुई तो टीम को रिटायरिंग रूम में ही रात गुजारनी पड़ी। इसके बाद सुबह फिर जांच चलती रही।

बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक भावना राय अवकाश पर थीं जिन्हें शनिवार को उनके कथन के लिए बुलाया था। जांच पूरी होने के बाद टीम द्वारा रिपोर्ट विभाग के आला अधिकारियों को प्रस्तुत की। जिसके बाद दो महिला कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जिसे देखते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। सतर्कता विभाग की इस कार्रवाई से रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि यह घोटाला छोटी राशि का नहीं बल्कि साढ़े चार लाख रुपए से जुड़ा है। बड़ा सवाल रेलवे बुकिंग कार्यालय से साढ़े चार लाख रुपए का घोटाला कैसे हुआ और इसे अंजाम किसने दिया, यह बड़ा सवाल है। क्योंकि इस मामले में अभी कोई खुलासा नहीं हुआ है। संबंधित अधिकारी भी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। अधिकारियों का यही कहना है कि जांच की जा रही है।

मेहरा को मिला चार्ज

बुकिंग कार्यालय में बड़ी राशि के हेरफेर के बाद जहां दो महिला कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक भावना राय की जगह मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक दीपा मेहरा को बुकिंग पर्यवेक्षक का चार्ज दिया गया है। अब वह पार्सल आफिस के साथ ही बुकिंग पर्यवेक्षक का भी काम देखेगी।

इनका कहना है…

विजिलेंस टीम द्वारा इटारसी के बुकिंग कार्यालय में छापामार कार्रवाई की गई थी। जांच के बाद साढ़े चार लाख की राशि कम पाई गई है। जिसे देखते हुए दो महिला कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में जांच अभी जारी है।

नवल कुमार अग्रवाल, पीआरओ एवं एसीएम

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