इटारसी। नरवाई को जलाने से रोकने के मामले में कृषि विभाग गैर जिम्मेदार हो गया है, केवल कागजी कार्यवाही के भरोसे नरवाई जलने से रोकने का बेमतलब का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि शिकायत पर एक किसान के खिलाफ रामपुर थाने में मामला दर्ज हुआ है। जिला प्रशासन भी आदेश निकालकर भूल गया। इन कदमों से न नरवाई का जलना रुका है और ना ही आगे कभी रुकेगा। हालात ऐसे हैं कि सुबह से लेकर शाम तक सारा दिन एक जैसा दिखने लगा है।
सुबह धूप का पीलापन, दोपहर में भी वही नजारा और शाम को भी। नरवाई का धुआं आकाश में एक जैसे मौसम का सबब बना हुआ है। शहर के चारों ओर खेतों में नरवाई जल रही है और नगर पालिका की एकमात्र दमकल सड़कों पर हर तरफ दौड़ रही है। जिले में खरीफ के सीजन के बाद ग्रीष्मकालीन मूंग का एक ऐसा लालच है जिसने किसानों को केवल अपनी फसल कटाई के बाद दूसरे की चिंता न करने वाला बना दिया है। नहर से पानी छोडऩे के बाद जल्द से जल्द खेत तैयार करने के लिए किसान गेहूं की नरवाई आग के हवाले कर रहे हैं, चाहे पड़ोस के खेत में गेहूं की फसल क्यों न खड़ी हो, इसकी चिंता कोई नहीं कर रहा।
इसके अलावा नरवाई का धुआं जो वायु प्रदूषण फैलाकर लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहा, उसकी चिंता भी किसी को नहीं है। अपना खेत कटाई के बाद लगातार किसान खेतों में नरवाई जला रहे हैं। इससे आसपास खेत के दूसरे किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एनजीटी ने खेतों में आग लगाने पर जुर्माने वसूली का आदेश भी दिये। इसके बाद भी किसानों पर विभाग किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है। कृषि विभाग के ढीले रवैया के चलते किसानों को जागरुक नहीं कर पा रहा है।
शिकायत पर एक प्रकरण दर्ज
नरवाई जलाने जाने पर ग्राम कांदईहिम्मत के किसाना द्वारा शिकायत करने पर ग्राम लोहारियाकलॉ के दो किसानों के खिलाफ थाना रामपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार ग्राम कांदईहिम्मत के किसान तोरण सिंह पिता मिश्रीलाल पाल 39 ने ग्राम लोहारियाकलॉ के किसान पप्पू पटेल पिता सीताराम पटेल और मनोज पिता लाडली लाल पटेल के खिलाफ खेत की नरवाई में आग लगाने पर मामला दर्ज किया है।