मंजर इन दिनों : चार मुर्दे बैठ…जिंदगी का गीत गाने लगे

मंजर इन दिनों : चार मुर्दे बैठ…जिंदगी का गीत गाने लगे

– राजधानी से पंकज पटेरिया :
नर्मदापुरम के एक कीर्ति शेष कवि भाई सजीवन मयंक की ग़ज़ल का एक शेर है – चार मुर्दे बैठकर श्मशान में, जिंदगी का गीत गाने लगे। सियासी मंजर इन दिनों के कैनवास पर जो तस्वीर है, भाई लोग जिसे नाहक तूल बनाने पर आमदा है, उस पर यह शेर बेहद मौजू है। दरअसल किस्सा संसद की छत पर स्थापित अशोक स्तंभ का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए विधान के साथ उद्घाटन का है। जिसका विपक्ष बेबुनियाद विरोध कर रहा है। जाहिर विरोध का कोई भी बहाना बना पहले भी उसे मुद्दा बनाने की नाकाम कोशिश की जाती रही है। नए संसद भवन के निर्माण के समय भी विरोध के स्वर मुखर हुए थे जिनका कोई मायने नहीं था। मुद्दा विहीन विपक्ष का एकमात्र लक्ष्य मोदी जी होते हैं। जिन्हें एन केन प्रकारेण निशाना बनाने के लिए इस तरह के घटिया हथकंडे विपक्ष अपनाता रहा है। विरोध में शेर के मुंह को निशाना बनाने की जगह विपक्ष कोई राष्ट्र हित की बात सरकार साथ करता तो कोई बात होती, लेकिन इस तरह राजनीति करने में पसीना बहाना कोई समझदारी नहीं कही जायेगी। यह तो सिर्फ बात को बतंगड़ बनाना ही कहा जाएगा। जबकि नवनिर्मित जबर शेर की प्राकृतिक शोर्य मुद्रा से भाई लोग घबराए हुए और हुआ हुआ करने लगे। शेर को शेर रहने दे, शेर की दहाड़ आज के माहौल में जरूरी है।

माननीय का कीचड़ स्नान

टोटकों की बड़ी मानता है वर्षा के लिए अलग-अलग किस्म के टोटके लोग करते हैं। कोई मेंढक मेंढकी की शादी का टोटका करता। कहीं भोलेनाथ पर अभिराम जलाभिषेक किया जाता है। लेकिन यह टोटका बड़ा दिलचस्प है महाराजगंज जिले में यह मानता है बारिश ना होने की स्थिति में किसी व्यक्ति के ऊपर कीचड़ फेकने या उसे नहलाने से इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और बरसात शुरू हो जाती है। क्षेत्र में धान की फसल सूख रही, लिहाजा महिलाओं ने इंद्र भगवान को प्रसन्न करने के लिए विधायक जय मंगल कनौजिया और नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जयसवाल को विगत दिनों रात्रि कीचड़ से स्नान कराया। आगे देखें इस टोटके का क्या असर होता है। बहरहाल फुरसतिया लोग यह ट्वीट करने में बाज नहीं आ रहे कि भैया कई कई कॉलोनियों में जलभराव यानी अति वर्षा, अ वर्षा और अल्प वर्षा सहित विभिन्न समस्याएं मुंह बाए खड़े होने पर क्या कोई ऐसी टोटका टेक्निक इज़हाद नहीं हुई? जिससे जन समस्याओं का निदान हो सके।

एसडीएम बनी रानी मुखर्जी

चर्चित फिल्म मरदानी कीअभिनेत्री रानी मुखर्जी को लोगों ने फिर सुबे में हुई एक घटना के चलते याद किया। मामला उज्जैन जिले की बड़नगर तहसील के ग्राम बग्रेड का है। खबर के अनुसार एसडीएम निधि सिंह शिकायत के आधार पर उस गांव के चौराहे पर जमा पानी की निकासी के लिए अमले को लेकर पहुंची वही पूर्व विधायक शांतिलाल जी पहुंच गए ।किसी बात को लेकर दोनों में तू तू मैं मैं हो गई। एसडीएम के अनुसार उसी वक्त पूर्व विधायक ने शासकीय कार्य के दौरान उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दे दी। इस पर एसडीम के तेवर भी तीखे हो गए। उन्होंने भी अपने अंदाज में माननीय को जवाब दिया कि दफा हो तेरे में दम हो तुम मुझे नौकरी से निकलवा कर दिखा। बस क्या था यह घटना सचित्र सोशल वीडियो पर वायरल हो गई। अखबारों की सुर्खियां बनी। और उधर लोग एसडीएम को कोई भैया लोग लेडी सिंघम तो कोई मर्दानी तो कोई शेरनी कहकर नवाज रहे हैं।

वही एक खुश खबर भी है माननीयो के स्टाफ को प्रशासकीय अकादमी में शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया जा रहा है। मंत्रियों के निजी सचिव, कर्तव्य अधिकारी, निज सहायक, आम स्टाफ को आम जनता से कैसे बातचीत की जाए यह तहजीब सिखाई जा रही है। सिखाया जा रहा है। आने वाले का नमस्कार करके स्वागत करना और जाते समय विदा देते बाय-बाय करना।
इधर समुंदर आंखों में पुस्तक में प्रकाशित अपनी एक ग़ज़ल कि यह शेर कोर्ट करना मौजूद लगता है बन सके तो बस एक काम कीजिए, खुद को कर सभी से राम-राम कीजिए। यही इबादत और पूजा है आपकी ,छोटे बड़ों का बराबर सम्मान कीजिए।
अस्तु नर्मदे हर।

PATERIYA JI
पंकज पटेरिया
वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार
ज्योतिष सलाहकार, भोपाल
9340244352 ,9407505651

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