नर्मदापुरम। पर्यावरण की सुरक्षा और जल को प्रदूषित होने से बचाने के लिए आज नगरपालिका और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मूर्तिकारों को जागरूक किया। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव के निर्देशन पर एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले के नेतृत्व में स्वच्छता निरीक्षक कमलेश तिवारी स्वच्छता निरीक्षक एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त दल ने गुप्ता ग्राउंड में मूर्तिकरों को मिट्टी की मूर्ति बनाने एवं केमिकल युक्त कलर का प्रयोग न करने हेतु समझाइए दी। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रवीण कोठारी ने नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता निरीक्षक तिवारी, सतीश यादव, प्रशांत अवस्थी, अरविंद बडग़ूजर, संजीव दोहरे, बैजू लुटारे, यश दुबे, उपस्थित रहे।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले ने आम नागरिकों से अपील की है कि प्लॉस्टिक युक्त डिस्पोजल ग्लास कटोरी आदि के स्थान पर प्राकृतिक एवं इको-फ्रेन्डली उत्पादों के उपयोग को प्रोत्साहित कर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देकर देश के पर्यावरण एवं जल को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये रखाने में सहयोग करें ताकि आगे आने वाली पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण दे सकें।
नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव द्वारा नगर वासियों से अपील की है कि जल प्रकृति की अनमोल देन है। यह पृथ्वी के प्रत्येक जीव, जंतु, वनस्पति के जीवन का आधार है इसको शुद्ध एवं अच्छा बनाए रखना प्रत्येक नागरिक का परम कर्तव्य है। हम जल को शुद्ध रखकर प्रकृति के संतुलन को बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। अत: समस्त प्राकृतिक जल स्रोतों तथा नदी, तालाब, कुआ आदि स्वच्छ रखना हम सबका परम कर्तव्य है।
इन बातों का रखें ध्यान
- नदी/ तालाब आदि में दुर्गाजी एवं गणेश मूर्तियों का विसर्जन न करें।
- मूर्तियों का विसर्जन आदि प्रशासन द्वारा निर्धारित अस्थाई कुंड अथवा तालाब में करें।
- मूर्तियों के साथ कपड़ा, पॉलीथिन, फूल, पत्तियां, हवन सामग्री एवं पूजन सामग्री आदि को नदी अथवा तालाब में विसर्जित न करें, तथा अलग से स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए अस्थाई व्यवस्था में ही एकत्र करें।
- मूर्तियों का निर्माण हमारे वेद पुराण के अनुसार कच्ची मिट्टी से ही करें।
- प्लास्टर ऑफ पेरिस तथा अन्य पक्की मिट्टी से बनाई मूर्तियों को नदी अथवा तालाब में विसर्जित न करें। उपरोक्त सामग्री से बनी हुई मूर्तियां प्रतिबंधित हैं।
- मूर्तियों का निर्माण में प्रयुक्त होने वाले केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग न करें।
- मूर्तियों के निर्माण में प्राकृतिक कलर जो की वनस्पति द्वारा निर्माण किया जाता है उनका उपयोग ही करें।
- मूर्तियों के स्थापना के उपरांत भजन पूजन में लाउड स्पीकर (ध्वनि विस्तार) यंत्रों का उपयोग नहीं करें।
- मप्र शासन द्वारा पॉलिथीन केरी बैग के उपयोग एवं निर्माण, प्रचलन पर पूर्णत: प्रतिबंधित है। इनका उपयोग न करें।