नर्मदापुरम। करीब छह वर्ष से लापता रेलवे कालोनी ग्वालटोली के एक बच्चे को तलाशकर आज पुलिस ने उसके परिजनों को सौंप दिया है। यह बालक 28 जनवरी 2017 को शिकायत दर्ज करायी थी। परिजनों ने इसके अपहरण की आशंका जतायी थी।
रेलवे कालोनी श्रीमती आशा ठाकुर पति भीम सिंह ठाकुर निवासी ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि उनके नाबालिग पुत्र को 26 जनवरी 2017 को घर से कोई अज्ञात आरोपी द्वारा बहला-फुसलाकर ले गया है। कोतवाली पुलिस नर्मदापुरम ने प्रकरण की विवेचना करते हुए सभी संभावित स्थानों में अपहृत बालक राहुल ठाकुर की तलाश किया गया, परंतु बालक का कोई पता नहीं चला।
पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम गुरकरन सिंह ने अपहृत बालक की तलाश के लिए 10,000 रुपए का ईनाम घोषित किया था। कोतवाली पुलिस टीम ने पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह एवं एसडीओपी नर्मदापुरम पराग सैनी के निर्देशन में अपरहत बालक की तलाश जारी रखी।
विवेचना के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त हुलिए का बालक रेलवे स्टेशन प्रयागराज में देखा गया है। सूचना के आधार पर थाना कोतवाली नर्मदापुरम से एक पुलिस टीम को तत्काल प्रयागराज उत्तरप्रदेश रवाना किया। कोतवाली पुलिस ने प्रयागराज उत्तर प्रदेश पहुंचकर तकनीकी सूचना के आधार पर रेलवे स्टेशन प्रयागराज के गेट नंबर 5 रेलवे से 6 वर्ष से लापता बालक को दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की है। बाद बालक को उसके परिजनों को विधिवत सुपुर्द किया गया।
06 वर्ष से लापता बालक को तलाश कर उसके परिजनों को सुपुर्द करने में एसडीओपी पराग सैनी, थाना प्रभारी विक्रम रजक के साथ सहायक उपनिरीक्षक सुखनन्दन नर्रे, प्रधान आरक्षक संजीव कुमार, गौरव परदेशी, आरक्षक शंकर धुर्वे, अभिषेक नरवरिया साइबर सेल की मुख्य भूमिका रही है।