इटारसी। सूर्य की परिक्रमा करता शुक्र या वीनस आगामी दो सप्ताह तक आकाश में अपनी खास पहचान दिखाने जा रहा है। इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि कल शुक्रवार 10 जनवरी को शुक्र का सूर्य से कोणीय सेपरेशन सबसे अधिक होगा, इसे ग्रेटेस्ट इलोंगेशन ईस्ट कहा जाता है। इस समय स्काईवाचर्स के लिये इसे देखने को सबसे अच्छा मौका होगा। इस समय वीनस का क्षितिज से कोण 43 डिग्री होगा।
सारिका ने बताया कि आगामी दो सप्ताह में वीनस का पृथ्वी के क्षितिज से बनने वाला कोण बढ़ता जायेगा और यह 23 जनवरी को सबसे अधिक होगा। इस समय यह कोण बढ़कर 44 डिग्री हो जायेगा। इसे हाईएस्ट एल्टीटयूड इन दी इवनिंग स्काई कहा जाता है।
सारिका ने बताया कि शुक्र कभी भी आकाश में अपनी उंचाई बढ़ाते हुये सिर के ठीक ऊपर मध्यरात्रि में नहीं आता है। एक निश्चित ऊंचाई तक पहुंचकर वह वापस नीचे क्षितिज की तरफ लौटता दिखता है। इसका कारण यह है कि यह पृथ्वी की कक्षा के अंदर है। इसलिये सूर्यास्त के बाद लगभग 4 घंटे तक ही दिखकर डूब जाता है। तो सूर्य और चंद्रमा के बाद तीसरे सबसे चमकीले खगोलीय पिंड वीनस को देखिये शाम के पश्चिम आकाश में अपनी ऊंचाई और चमक को प्राप्त करते हुये।