इटारसी। अखिल भारतीय महात्मा गांधी स्मृति हॉकी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल मुकाबले शनिवार को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया राउरकेला, आर्मी ग्रीन जालंधर, रिपब्लिकन मुंबई और उत्तर-मध्य रेलवे प्रयागराज के मध्य खेले जाएंगे। आज हुए तीन क्वार्टर फाइनल मैच में आर्मी ग्रीन जालंधर, रिपब्लिकन मुंबई और सेल राउरकेला ने जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है।
आज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस टी प्रतीक राव, मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, टीआई गौरव बुंदेला, जीआरपी थाना प्रभारी रामस्नेह चौहान ने बतौर अतिथि खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दीं। डीएचए के अध्यक्ष प्रशांत जैन, सचिव कन्हैया गुरयानी, कार्यकारी अध्यक्ष शिरीष कोठारी, आयोजन समिति के अध्यक्ष राहुल चौरे ने अतिथियों से खिलाडिय़ों का परिचय कराया।
आज खेले गये, आज के पहले और प्रतियोगिता के दूसरे क्वार्टर फाइनल में केनरा बैंक बैंगलुरु और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया राउरकेला के मध्य मुकाबला हुआ। यह मैच सेल राउरकेला ने 2-1 गोल से जीता। दूसरे मैच में मेजर ध्यानचंद अकादमी कुरुक्षेत्र हरियाणा और आर्मी ग्रीन जालंधर में मुकाबला हुआ। एक वक्त तक दोनों टीमें बेहद कड़ा मुकाबला दे रहीं थीं। आर्मी ग्रीन ने एक गोल से बढ़त बनायी और मध्यांतर तक इसे कायम रखा। तीसरे क्वार्टर में आर्मी ने दूसरा गोल किया तो कुरुक्षेत्र के लड़कों के हौंसले पस्त हो गये। आर्मी के तीसरे गोल ने मैच का भाग्य लिख दिया। एक वक्त स्कोर 4-0 हो गया था। साई के लड़कों ने उर्जा बटोरते हुए अपना पहला गोल किया। लेकिन वे 5-1 से अपनी हार को नहीं टाल सके।
थम गया स्टेडियम का शोर
दर्शकों को आज तीसरे मैच का बेसब्री से इंतजार था। दर्शक दो ग्रुप में बंट गये थे। इटारसी और मुंबई के मैच में दर्शनीय हॉकी देखी गई। अंजुमन स्कूल तरफ की गैलरी में दर्शक मुंबई को सपोर्ट कर रहे थे तो फ्रेन्ड्स स्कूल तरफ की गैलरी में इटारसी को। मैच के दौरान मैदान में लगातार शोर चल रहा था। मुकाबला बेहद कठिन था। दोनों टीमों ने एकदूसरे के खिलाफ लगातार हमले किये। पहली सफलता मुंबई को मिली। इटारसी ने बराबरी को गोल किया। लेकिन, मुंबई ने एक और गोल करके स्कोर 2-1 कर लिया। अंतिम पलों में इटारसी ने जोरदार हमला किया और गेंद गोल के भीतर थी। दर्शकों ने खुशियां मनाना शुरु किया ही था कि अम्पायर ने इस गोल को नकार कर इसे पेनॉल्टी स्ट्रोक में बदल दिया। स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। इसके बाद इटारसी टीम वापसी नहीं कर सकी और मैच खत्म होते ही इटारसी के फाइनल खेलने के सपने पर विराम लग गया।