इटारसी। बुधवार 25 सितंबर को नगर पालिका परिषद का सम्मेलन होना है, ऐसे में विपक्ष जहां सत्ताधारी भाजपा (BJP) की परिषद को घेरने की तैयारी कर रहा है, वहीं सत्तापक्ष के भी कुछ पार्षदों ने नगर पालिका के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं।
एक बड़ी लंबी राजनीतिक पारी खेल चुके सीनियर लीडर और कई परिषदों में पार्षद तथा नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अदा कर चुके शिवकिशोर रावत (Shiv Kishore Rawat) ने आरोप लगाया है कि इस परिषद में प्रश्नकाल के उत्तर देना उचित नहीं समझा जाता है। उनका कहना है कि नियम से बैठक से पूर्व प्रश्रकाल के उत्तर देने के बाद ही प्रस्तावों पर चर्चा होना चाहिए, लेकिन अधिकारी जवाब देना भी उचित नहीं समझते।
दरअसल, शिवकिशोर रावत ने इस बैठक के लिए भी प्रश्नकाल लगाया है, लेकिन उनका कहना है कि परसों बैठक है, अब तक उनके पास कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में परिषद की बैठकों में कोई भी पार्षद अपनी पूर्व तैयारी कैसे कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने कभी प्रश्नकाल का उत्तर देना उचित नहीं समझा। किसी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है।
इनका कहना है…
उनके पत्र का हमारे सब इंजीनियर ने जवाब दिया है, वे शायद जवाब से संतुष्ट नहीं हैं, हम इसे दोबारा दिखवा लेते हैं। जहां तक प्रश्रकाल की बात है तो प्रश्रकाल का वक्त तय होता है।
श्रीमती ऋतु मेहरा, सीएमओ