नशीली वस्तुओं के सेवन और तस्करी की रोकथाम के लिए स्कूलों में बनेंगे प्रहरी क्लब

Post by: Rohit Nage

इटारसी। लोक शिक्षण संचालक डीएस कुशवाहा (Director of Public Instruction DS Kushwaha) ने एमपी (MP) के सभी जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) को पत्र लिखकर 6 वी से 12 वी तक संचालित सभी स्कूलों के बच्चों में नशीली दवाओं के सेवन और तस्करी की रोकथाम एवं तंबाकू नियंत्रण हेतु स्कूलों में प्रहरी क्लब (Prahari Club) गठित किए जाने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

प्रहरी क्लब एक ऐसा अभियान है जो बच्चों को नशे से दूर रखने और नशे के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से स्कूलों में स्थापित किया जाता है। निर्देश दिये हैं कि प्रहरी क्लब में एक शिक्षक प्रभारी रहेगा। यह ध्यान रखा जाए कि वे शिक्षक किसी प्रकार के नशे से दूर हों। प्रहरी क्लब में प्रत्येक कक्षा के चयनित छात्रों को शामिल किया जाये। छात्रों के क्लब में जागरुक अभिभावकों को भी शामिल किया जाए। क्लब में न्यूनतम सदस्य संख्या 20 रहेगी।

प्रदेश में स्कूल शिक्षण संस्थानों में बच्चों में नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के लिये प्रहरी क्लब गठित किये गये हैं। इन प्रहरी क्लबों के गठन और काम-काज के विश्लेषण के लिये प्रहरी पोर्टल (Prahari Portal) का निर्माण किया जा रहा है। यह पोर्टल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा तैयार किया जा रहा है।

पोर्टल पर जानकारी अपलोड करने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। प्रहरी क्लब से संबंधित नोडल शिक्षकों को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) द्वारा दी गई लिंक https://prahariclub.ncpcrweb.in पर जानकारी उपलब्ध कराने के लिये कहा गया है।

ये करेगा क्लब

  • – प्रहरी क्लब बच्चों और अभिभावकों के सहयोग से चलाया जाएगा।
  • – क्लब ध्यान रखेगा कि विद्यालय के 100 मीटर के दायरे में मादक पदार्थ न पहुंचे।
  • – प्रहरी क्लब के सदस्य निगरानी रखेंगे कि विद्यालय के छात्र शराब, पान, गुटखा, बीड़ी सिगरेट आदि की लत से बचे रहें।

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