सर्वार्थ सिद्धी, लक्ष्मी नारायण व बुधादित्य योग के साथ कल शरद पूर्णिमा का महान पर्व

सर्वार्थ सिद्धी, लक्ष्मी नारायण व बुधादित्य योग के साथ कल शरद पूर्णिमा का महान पर्व

इटारसी। माँ चामुण्डा दरबाद के पुजारी गुरू पं. रामजीवन दुबे ने बताया कि अश्विन शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा 09 अक्टूबर रविवार को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी। और अगले दिन सोमवार, 10 अक्टूबर 2022 को सुबह 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी।

शास्त्रों के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी अपनी सवारी उल्लू पर सवार होकर धरती पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों की समस्याओं को दूर करने के लिए वरदान देती हैं। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, इसी दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। इसलिए धन प्राप्ति के लिए भी ये तिथि सबसे उत्तम मानी जाती है।

सर्वार्थ सिद्धी योग सूर्योदय से शाम 4.56 तक रहेगा। कार्तिक स्नान का शुभारंभ होगा। आज के दिन हर घर में खीर एवं मावे के लड्डू बना कर भोग लगाया जाएगा। मंदिरो में खीर का प्रसाद वितरण होगा। जिन जगाहों पर दूर्गा जी की स्थापना की गई थी, वहां पर भी खीर का प्रसाद बाटा जाएगा।

शरद पूर्णिमा पर रहेगा त्रिग्रही योग

शरद पूर्णिमा पर इस बार त्रिग्रही योग भी रहेगा। ग्रहों पर नजर डालें तो इस दिन कन्या राशि में सूर्य, बुध और शुक्र की युति बनेगी। सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य और बुध-शुक्र की युति से लक्ष्मीनारायण योग बनेगा। ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों योगों को राजयोग कहा गया है। इस समय शनि और गुरु अपनी-अपनी राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे।

पैसों की तंगी के लिए

आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ 5 कौडिय़ां मां के चढ़ाएं। दूसरे दिन लाल या पीले रंग के कपड़े में इन कौडिय़ों को लपेटकर तिजोरी में रख लें।

निरोगी रहने के लिए

अगर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, तो शरद पूर्णिमा के रात को छत में खीर रख दें। दूसरे दिन रोगी को इसका सेवन कराएं। दमे की बिमारी की दवा का वितरण कई जगह पर होगा।

बिजनेस और नौकरी में मुनाफा के लिए

बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं।

तुलसी पूजा

शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद तुलसी पूजा करें और शाम को दीपक जलाएं। ऐसा करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी।

लगाएं सफेद भोग

मां तुलसी को सफेद रंग की कोई मिठाई का भोग लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

आंख रहेगी दुरुस्त

माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है। इसलिए इस दिन त्राटक क्रिया जरूर करें।
हिन्दू त्योहार कमेटी अध्यक्ष केलाश वेगवानी (President Kelash Vegwani) के द्वारा शितलदास की बगीया कमलापार्क भोपाल में संगीत संध्या नौका विहार के साथ शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। एवं खीर के प्रसाद का वितरण किया जाऐगा।

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