- श्री बूढ़ी माता मंदिर समिति की बैठक में आये अनेक महत्वपूर्ण सुझाव
- श्री शतचंडी महायज्ञ के 1 दिन पूर्व प्रारंभ होगी देवी भागवत कथा
इटारसी। श्री बूढ़ी माता मंदिर मालवीयगंज में होने वाले श्री शतचंडी महायज्ञ का इस वर्ष पचासवॉ वर्ष रहेगा। मंदिर समिति इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए जोरदार तैयारियों में जुटी है। सारा आयोजन व्यवस्थित तरीके से हो, इसके लिए विभिन्न समितियां बनायी गई हैं, साथ ही शहर की अन्य संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। इस आयोजन के लिए आज मंदिर परिसर में एक वृहद बैठक हुई।
श्री श्री बूढ़ी माता मंदिर शक्तिधाम में श्री शतचंडी महायज्ञ के लिए हुई बैठक में श्री बूढ़ी माता मंदिर समिति के सचिव जगदीश मालवीय एवं नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरेे की उपस्थित में कई अहम निर्णय लिये। 7 दिवसीय महायज्ञ की रूपरेखा और तैयारियों को लेकर हुई बैठक में आये समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। समिति के सचिव जगदीश मालवीय ने कहा कि मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं विधायक डॉ. सीतारसरन शर्मा के मार्गदर्शन में श्री बूढ़ी माता मंदिर पर शतचंडी महायज्ञ का आयोजन बेहतर तरीके से करती रही है। प्रतिवर्ष श्री शतचंडी महायज्ञ में व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही है। इस वर्ष के आयोजन में महिला भक्तों को माता की श्रंगार सामग्री और सुहाग सामग्री वितरित की जाएगी।
नगर पालिका भी करेगी व्यवस्था
बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चोरे ने कहा कि नगरपालिका द्वारा शतचंडी महायज्ञ में सहयोग दिया जायेगा। प्रतिदिन सफाई व्यवस्था के लेकर अन्य व्यवस्था नगरपालिका द्वारा कराई जायेगी। पत्रकार प्रमोद पगारे ने कहा कि मेरा परिवार लंबे समय से श्री बूढ़ी माता मंदिर से जुड़ा हुआ है। जब इस स्थान पर कुछ नहीं था तब से हम यह आ रहे हैं। हम एक किताब प्रकाशित कर रहे हैं जिसमें श्री बूढ़ी माता का पूरा इतिहास है। विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा की मंदिर के निर्माण में बहुत महत्वपूर्व योगदान है। उन्हीं के प्रयासों के कारण हम भव्य मंदिर देख रहे हैं।
इस अवसर पर नरेन्द्र पठारिया, कालीदास भावसार, भूपेन्द्र विश्वकर्मा, इंद्रपाल सिंह, सतीष सिंह कैरो, मंदिर के मुख्य पुजारी श्री त्रिपाठी, हरप्रीत सिंघ छाबड़ा, अब्बू चौकसे, राकेश मालवीय, कमलेश राजवंशी, गौरव बड़कुर, राजेश अग्रवाल, महेश महाराज, सोनू सत्संगी सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।
सदस्यों को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
50 वे वर्ष में आयोजन को लेकर समिति सदस्यों को महत्वपूर्व जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। काली दरबार से निकलने वाली शोभायात्रा की समस्त जिम्मेदारी क्षितिज भावसार को सौंपी है। सातों दिनों की यज्ञ की जिम्मेदारी जसबीर छाबड़ा को संयोजक बनाकर दी गई है। श्रीमद भागवत कथा की व्यवस्था की जिम्मेदारी घासीराम मालवीय, राजू बत्रा एवं क्षितिज भावसार, भंडारा बनाने की जिम्मेदारी गुरुद्वारा गुरूसिंग सभा लंगर समिति को, निशुल्क भंडारा वितरण की प्रमुख जिम्मेदारी राकेश जाधव, बबलू राजवंशी को, महिला श्रद्धालुओं को वितरण की जिम्मेदारी मंजू ठाकुर, श्रीमती गीता पटेल के साथ अन्य महिलाओं को सौंपी गई है।
भंडारा वितरण में सहयोग
गुरुद्वारा गुरूसिंग सभा लंगर समिति द्वारा भंडारा वितरण में अपनी सेवा दी जायेगी। जिसमें बिट्टू बोहरा देवेंद्र कर्नल, सतपाल सिंह, विचित्र सिंह, गोलू कुरंगा, चिप्पू भाटिया, रिशू छाबड़ा, हन्नी छाबड़ा, रिक्की सलूजा, गोलू भाटिया सहित अन्य सेवादार रहेंगे। प्रचार समिति में शैलेन्द्र दुबे, मनजीत कलोसिया, मेला समिति की जिम्मेदारी दीपक अठोत्रा एवं मुन्ना भाई को, कूपन से प्रसाद वितरण की जिम्मेदारी, अशोक खंडेलवाल, पप्पू सेठी, शरद गुप्ता, राजेश सूद, अंशुल अग्रवाल एवं मनोज सोनी को, भंडारे का वितरण में अपना योगदान द्वारिकाधीश युवा मंडल के विपिन चांडक, अर्पण महेश्वरी, संजीव मालवीय देंगे। मंदिर की साज सज्जा सतीष सिंह एवं जयमल सिंह (गुड्डा) को सौंपी गई है।
वाहन पार्किंग नि:शुल्क
श्री शतचंडी महायज्ञ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन की पार्किंग नि:शुल्क रखी है। पार्किंग के लिये दो कर्मचारियों को मंदिर समिति द्वारा रखा जायेगा, जिसके वेतन का भुगतान मंदिर समिति करेगी। इसके अलावा सातों दिनों में ब्राह्मण भोजन की जिम्मेदारी कृष्णकांत चौरे, दुर्गा देवहरे एवं राजेश अग्रवाल को सौंपी गई है।
संगीतमय देवी भागवत कथा
इस अवसर पर मंदिर परिसर में 5 से 11 फरवरी तक दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक पहली बार देवी भागवत कथा का आयोजन भी किया जाएगा। भगवताचार्य पं.सोमनाथ शर्मा भक्तों को देवी भागवत कथा का रसपान कराएंगे।