- – झूठी शिकायत कर छवि धूमिल करने का किया जा रहा है प्रयास
इटारसी। वार्षिक परीक्षा आते ही प्रत्येक प्राइवेट स्कूलों में कुछ अभिभावक होते हैं जो वर्ष भर स्कूल की फीस जमा नहीं करते तथा स्कूल प्रबंधन को बार-बार अपनी परेशानी बताते हैं और अगले महीने या तारीख देते हैं, पूरा सत्र निकाल देते हैं, सत्र समाप्ति पर स्कूल प्रबंधन द्वारा सख्त होकर फीस मांगने पर अभद्रता करते हैं और कलेक्टर तथा शिक्षा विभाग में झूठी शिकायत करते हैं। निजी स्कूल आरटीई की फीस प्रतिपूर्ति समय पर नहीं होने से पूर्व से ही आर्थिक परेशानी का सामना कर रहे हैं।
इस प्रकार की झूठी शिकायत पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बिना जांच किये स्कूल संचालक को निर्देशित कर देते हैं कि परीक्षा संपन्न कराई जाये जो कि बिल्कुल अनुचित है। इस संबंध में सोपास इटारसी ब्लॉक का एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश मीडिया प्रभारी शिव भारद्वाज के नेतृत्व में कलेक्टर सोनिया मीना से मिला एवं ज्ञापन दिया। प्रतिनिधि मंडल में संगठन से आलोक गिरोटिया, जाफर सिद्दीकी, नीलेश जैन, लोकेन्द्र साहू, धर्मेंद्र रनसूरमा, घनश्याम शर्मा, प्रदीप जैन, प्रशांत चौबे, रविशंकर नागर एवं अन्य स्कूल संचालक उपस्थित रहे।
सोपास इटारसी का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिलने के पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी से भी मिला। थाना प्रभारी इटारसी एवं एसडीओपी इटारसी को भी ज्ञापन देने पहुंचा। सभी ने निवेदन किया कि इस तरह की अभिभावकों की झूठी शिकायतों पर त्वरित एक पक्षीय कार्यवाही न की जाये बल्कि निजी स्कूल संचालकों के संदर्भ को भी सुना जाए और वास्तविकता की जांच करने के पश्चात विवेकपूर्ण कार्यवाही की जाए और निजी स्कूलों को उनका जो फीस लेने का अधिकार है, उससे वंचित न किया जाये।