Vigilance Awareness Week: महिलाओं का सम्मान ही “सतर्क भारत समृद्ध भारत” की पहचान
एसपीएम (SPM) में हुआ जेंडर संवेदीकरण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता (Debate competition) का आयोजन
होशंगाबाद। एसपीएम (SPM) में चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह (Vigilance Awareness Week) में गुरूवार को कोविड.19 को देखते हुए सतर्क भारत समृद्ध भारत की थीम पर वर्तमान समय में भ्रष्टाचार निवारण विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता (Debate competition) का आयोजन किया गया। इसमें 8 प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। 4 प्रतियोगी ने पक्ष में बात रखते हुए कहा की देश में आज नई तकनीकी लाई जा रही एवं नए कानून के माध्यम से साथ ही हम सभी की जागरूकता से एक दिन भ्रष्टाचार को देश से निवारण कर के रहेगे। 4 विपक्षी प्रतियोगियों ने कहा की हम कितनी भी नई तकनीकी का उपयोग करलें चाहे कितने भी कानून बना लें जब तक हमारा ऊपर का तंत्र नहीं सुधारेगा तब तक देश से कभी भ्रष्टाचार का निवारण हो ही नहीं सकता। प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल गरजीत सिंह, उप महाप्रबंधक देवेंद्र तिवारी (General Manager Devendra Tiwari), उप प्रबन्धक एस पी मेहरा (Deputy Manager SP Mehra), पर्यवेक्षक एवं सुरेश कुमार दुबे (Supervisor and Suresh Kumar Dubey), वरिष्ठ केमिस्ट थे। जिन्होने प्रतिभागियों पक्ष एवं विपक्ष के कथन को सराहा साथ ही उनकी मौलिक अभिव्यक्ति शुद्ध भाषा, प्रभावपूर्ण कथन शैली, विषय के प्रतिपादन विचारों को देखते हुये निर्णय दिया।
दोपहर तीन बजे जेंडर सेंसिटाईजेशन (Gender sensitization) विषय पर निगम की मुख्य सतर्कता अधिकारी ममता सिंह, आईपीएस के मार्गदर्शन मे केन्द्रीय सतर्कता आयोग की निदेशक एवं 1999 बैच की आईपीएस अधिकारी छाया शर्मा, जिन्हे इंटरनेशनल बहुचर्चित निर्भया केस मामले की शानदार तफतीश करने का श्रेय और आवार्ड भी मिल चुका है। उनका विडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा एक ई.लेक्चर हुआ। जिसमें कारखाना के मुख्य महाप्रबंधक एवं 07 महिलाओं और 36 अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लेकर इस विषय की संपूर्णता को जाना एवं समझा साथ ही अपने प्रश्नों पर प्रतिउत्तर पाकर संतुष्टि पाई।