इटारसी। शांतिधाम के बागों में बहार आयी हुई है। यहां फूल और फल पुष्पित और पल्लवित हो रहे हैं। शांतिधाम में जिस तरह से फूलों की बहार आई है, देखकर आपका हृदय प्रफुल्लित हो उठेगा। शांतिधाम जहां जाकर व्यक्ति शांति से अगले धाम को चला जाता है, और उसे छोडऩे वाले उदास चेहरा लिये हुए होते हैं, उनके मन को तसल्ली देने प्रकृति ने यहां बेहतरीन फिजां तैयार की है।

यह सब ऐसे ही नहीं हो गया है। शांतिधाम प्रबंधन समिति की अथक और ईमानदार मेहनत और निस्वार्थ सेवा का ही परिणाम है कि श्मशान में भी बहारों का मौसम है। गर्मी चरम पर जाने को बेताब थी और हल्की बारिश और बादलों ने बाग में नमी का संचार किया है, अत: पेड़-पौधे भी मुस्कान बिखेर रहे हैं। शांतिधाम शमशान घाट गोकुल नगर खेड़ा इटारसी में आम और चीकू के पेड़-पौधे फलों से आबाद हैं, पौधे लहलहा रहे हैं, फूल प्रत्येक झाड़ पर शोभायमान हैं। पपीते का अपना अलग रंग है, शमी का पेड़ भी बड़ा हो गया है।

इन दिनों बादलों का साया रहता है, तो धूप का तीखापन भी पौधों को झुलसा नहीं पाता, उस पर इस बगिया की देखरेख भी इनको हमेशा खिलखिलाए रखती है। बहरहाल जिस तरह का माहौल शांतिधाम में बना है उससे चारों ओर फूलों की बहार है और रंग-बिरंगे फूलों से वातावरण आकर्षक लग रहा है, जो यहां आने वालों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन रहा है।