इटारसी। चैत्र की नवरात्रि में ग्राम सोनतलाई में होने वाले श्री शतचंडी महायज्ञ की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। धर्मध्वजा यात्रा से प्रारंभ होने वाले इस बड़े धार्मिक कार्यक्रम का समापन पूर्णाहुति एवं भंडारे से होता है। तवा नदी के तट पर बसे ग्राम सोनतलाई में बीते दो दशक से अधिक समय से चैत्र नवरात्र पर नौ दिनी आयोजन होता है। आयोजन के प्रारंभ में ध्वज यात्रा निकाली जाती है।
कार्यक्रम संयोजक राजीव दीवान ने बताया कि इस वर्ष यह आयोजन 23 वे वर्ष में होगा जो 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल को पूर्णाहुति, कन्याभोज, भंडारा और प्रसाद वितरण के बाद संपन्न होगा। पहले दिन सर्व प्रायश्चित संकल्प एवं कलश यात्रा निकाली जाएगी।
31 से प्रारंभ होगा हवन
31 मार्च को पंचांग पूजन, पीठार्चन, अरणि मंथन से अग्नि स्थापना के बाद हवन प्रारंभ होगा। 6 अप्रैल को समापन दिवस पर पूर्णाहुति, कन्याभोज, भंडारा एवं प्रसाद वितरण होगा। यज्ञाचार्य पं. अजय शास्त्री हैं जबकि यज्ञकर्ता झांसी के श्रीश्री 1008 ब्रह्मचारी महाराज हैं।
श्रीरामचरित मानस प्रवचन
इस धार्मिक आयोजन के अंतर्गत 31 मार्च से 6 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 6 बजे तक मानस रामायण के प्रखंड वक्ता पं. गौरीशंकर दुबे रायसेन एवं राघवेन्द्र दास रामायणी नौगांव छतरपुर के श्रीमुख से श्री रामचरित मानस प्रवचन होंगे।