– नई शिक्षा नीति पर व्याख्यानमाला सम्पन्न
सोहागपुर/ राजेश शुक्ला। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थी आत्मनिर्भर निर्भर बनेंगे। उसकी स्किल का विकास होगा। बच्चे शैक्षिक गतिविधियों के साथ इटर्नशिप कर कौशल उन्नयन करेंगे। अब हर को एक दिशा मिलेगी। उक्त बात शिक्षाविद देवकीनंदन चौरसिया ने नई शिक्षा नीति 2020 पर आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्यवक्ता के रूप में कही। नई शिक्षा नीति पर व्याख्यान का आयोजन नेताजी सुभाषचंद्र बोस शिक्षा समिति द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में किया गया था।इस व्याख्यानमाला कार्यक्रम में आध्यात्मिक संत पंडित मनमोहन मुदगल, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी संजीव दुबे, समाजसेवी कन्नूलाल अग्रवाल डाइट प्राचार्य अर्चना गौर मंचासीन थे। नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए श्री चौरसिया ने कहा पढ़ाने के पुराने तरीके को बदलना होगा। अब शिक्षकों को अनिवार्य प्रशिक्षण करना होगा। मूल्यांकन भी अलग तरह से होगा। मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू करने की अभी हम सोच रहे हैं। हम एनसीईआरटी के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। डाइट प्राचार्य अर्चना गौर ने कहा नई शिक्षा नीति में कक्षा एक से पांच तक भाषा एवं गणित पर फोकस किया गया है। कार्यक्रम में शिशु मंदिर के व्यवस्थापक कृष्णा पालीवाल, जीवन दुबे, स्थानीय स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य राहुलदेव ठाकरे ने किया।मंच से शिक्षकों के जिज्ञासु प्रश्नों के जबाब शिक्षाविद श्री चौरसिया ने दिए ।