होशंगाबाद। जिले में खरीफ सीजन के लिए डीएपी व यूरिया उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता लगातार सुनिश्चित की जा रही है। वर्तमान में जिले में लगभग 8000 मीट्रिक टन यूरिया व 9500 मीट्रिक टन डीएपीए सहकारी व निजी क्षेत्र में उपलब्ध है। जिले के मार्कफेड के गोदामों अंतर्गत होशंगाबाद में 545 मीट्रिक टन, इटारसी में 932 मे.टन, बाबई में 415 मे. टन, सेमरीहरचंद में 400 मे.टन, पिपरिया में 1076 मे. टन व बानापुरा में 681 मे.टन यूरिया डबल लॉक केंद्रो में उपलब्ध है। कलेक्टर धनंजय सिंह जिले में उर्वरकों की उपलब्धता एवं आपूर्ति की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
उप संचालक कृषि जितेन्द्र सिंह ने बताया था कि आज दिनांक तक जिले को लगभग 41000 मे.टन यूरिया व 36440 मे.टन डीएपी उर्वरक प्राप्त हो चुका है। बुधवार को इटारसी व पिपरिया की रैक से जिले को लगभग 3265 मीट्रिक टन उर्वरक प्राप्त हो गया है जो लगातार किसानों को वितरित किया जा रहा है। सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जिले की सभी सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में यूरिया व डीएपी भंडारण के लिए निर्देशित किया गया है। समितियां आवश्यकता अनुसार आर.ओ. डी.डी. मार्कफेड गोदाम में जमा कर यूरिया व डीएपी का उठाव कर सकती हैं। उप संचालक कृषि सिंह ने किसानों से अपील कि है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। अतः कृषक आवश्यकतानुसार उर्वरक का उठाव करें। जिले में मांग अनुसार लगातार उर्वरक की रैंक प्राप्त हो रही है एवं आगे भी पर्याप्त मात्रा में उर्वरक मिलेगा। शासन के निर्देशानुसार कृषक भाई अपनी ऋणपुस्तिका एवं आधारकार्ड लेकर ही यूरिया विक्रय स्थल पर जाएए एवं पीओएस मशीन के माध्यम से अपनी आवश्यकतानुसार उर्वरक प्राप्त करें। यदि किसी विक्रेता द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत पर उर्वरकों का विक्रय करते पाया गया तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।