Tag: Pankaj Pateriya
झरोखा: फट्टे का कुरता, मिट्टी का टोप
पंकज पटेरिया/ शुद्ध फट्टे लम्बा कुरता, सिर पर मिट्टी का कटोरे नुमा टोपा, खिचड़ी केश। दाढ़ी ,वात्सल्य से भरे नेत्र मुख मंडल पर अदभुत तेज,ओर ... Read More
प्रसंगवश: मृत्यु भोज विराम स्वागत योग्य पहल – पंकज पटेरिया
मप्र के हरदा में विश्नोई समाज ने किसी के निधन के बाद मृत्यु भोज बन्द करने की सर्वत्र स्वागत योग्य पहल की है। (more…) Read More
समीक्षा : शब्दो के परे, शब्द लोक यात्रा…एक दृष्टि
-पंकज पटेरिया : 2011 में प्रकाशित मेरे गजल संग्रह "समुन्दर आंखों में" यह एक गजल है जो इसी शहर के वाशिंदे मुम्बई स्थित रेल उपप्रबन्धक ... Read More
यादें : उफनती नर्मदा, याद आई 30 अगस्त 1973 की भीषण बाढ़…!
पंकज पटेरिया (Pankaj Pateriya) : हमारी जीवन रेखा माँ नर्मदा (Maa Narmada) भारी बारिश और बांधो के गेट खोले जाने से उफान पर है। हालाकि ... Read More
नर्मदेश्वर (Narmadeshwar) जी का हो रहा है 140 बरस से रुद्राभिषेक…
होशंगाबाद। पुण्य सलिला नर्मदा जी के जग प्रसिद्ध मां की गोद से सेठानी घाट, (SethaniGhat) स्थित भव्य प्राचीन मंदिरों की श्रृंखला। (more…) Read More
भक्तों की हठ से हारे भगवान, ऐसे माने पंचमुखी महादेव (Panchmukhi Mahadev)
आधे से ज्यादा सावन बीत गया था। ऐसे ही दिन थे, भीषण गर्मी से नर्मदांचल तप रहा था। पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, मनुष्य सब परेशान। खेतों में ... Read More
काले महादेव (Kale Mahadev)की अनूठी चाकरी….
होशंगाबाद। शिवसुता मां नर्मदा (Narmada) के तट पर भोलेनाथ शंकर (Bholenath) के नए पुराने अनेक भव्य मंदिर(temple) हैं, जहां पूजा-पाठ, अभिषेक, अनुष्ठान सदा चलते रहते ... Read More