तमिल यात्रियों ने काशी में एक ही स्थान पर किये उत्तर और दक्षिण के 90 मंदिरों के दर्शन

इटारसी। आज रेलवे स्टेशन पर बनारस से काशी तमिल संगमम से लौट रहे यात्रियों का यहां रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया। यात्रियों से नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने उनकी यात्रा के अनुभव पूछे। यात्रियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण दो संस्कृतियों का मिल हो रहा है। उत्तर और दक्षिण भारत एक दूसरे को जान रहे हैं। संस्कृति का आदान प्रदान हो रहा है।

यात्री रामचंद्रन ने बताया कि मंदिरों के शहर बनारस में एक ही स्थान पर उत्तर और दक्षिण के 90 मंदिरों के दर्शन हो रहे हैं। इसमें काशी के 29 और तमिलनाडु के 61 मंदिर हैं। प्रदर्शनी में तमिलनाडु के मंदिरों की भव्यता और वास्तु देखते ही बन रही है। इसके साथ ही काशी की दुर्लभ देव प्रतिमाएं श्रद्धा का केंद्र बनी हुई हैं। महिला यात्री शशिकला ने बताया कि बीएचयू के एंफीथिएटर के मैदान में चल रहे काशी तमिल संगमम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की ओर से मूर्तियों व मंदिरों की प्रदर्शनी सजाई गई है। शानदार आयोजन चल रहा है।
यह पहुंचे स्वागत करने
ट्रेन से तमिलनाडु जाने वाले यात्रियों की ट्रेन आज प्लेटफार्म 05 पर पहुंची। उन्हें स्वागत के लिए नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय, जेडआरयूसीसी सदस्य राजा तिवारी, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष जयकिशोर चौधरी, पार्षद जिम्मी कैथवास, अमित विश्वास, शुभम गौर, कुंदन गौर, नगर मंडल महामंत्री राहुल चौरे, भाजपा नेता देवेंद्र पटेल, आशीष मालवीय, ऋषभ चौहान, जिला मंत्री भाजयुमो गोपाल शर्मा, श्रेयांक तिवारी, शुभम पटेल, शुभम गौर सहित अन्य मौजूद रहे।
इस तरह किया स्वागत
स्टेशन पर जनप्रतिनिधियों, रेल अधिकारियों ने तमिल यात्रियों पर फूल बरसाए और वणक्कम किया, शंखनाद कर तमिलों को काशी का एहसास कराया। इस अवसर पर यात्रियों को चंदन का तिलक लगाते हुए ओम नम: शिवाय लिखा हुआ अंग वस्त्र भेंट किया गया। स्वागत के लिए तमिल भाषा में वन्नाकम, ओम नम: शिवाय, वंदे मातरम लिखी हुई तख्ती भी साथ में रखी गई थी।

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AUTHORRohit

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