अगले तीन माह में शहर को मिल सकती है बच्चों की नयी चिकित्सा यूनिट

Post by: Aakash Katare

– भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ, जुलाई तक पूर्ण होने की उम्मीद

इटारसी। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल को जुलाई माह के बाद कभी भी बच्चों के लिए नयी चिकित्सा यूनिट मिल सकती है।

पिछले दिनों हुई त्रैमासिक बैठक में भी विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा (MLA Dr.Sitasaran Sharma) ने इसे जल्द से जल्द प्रारंभ करने की मंशा जाहिर करके अस्पताल में उनके प्रतिनिधि भरत वर्मा को नया भवन का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिये थे। ठेकेदार प्रशांत अग्रवाल के अनुसार जून-जुलाई तक भवन बनकर रेडी हो जाएगा।

गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में बच्चों के लिए नई चिकित्सा यूनिट बनाने के लिए भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से इस यूनिट का निर्माण किया जाएगा, जिससे गंभीर बच्चों को आसानी के साथ ही उनको आधुनिक इलाज की सुविधा मुहैया हो सकेगी।

गौरतलब है कि विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा (MLA Dr.Sitasaran Sharma) ने नए पीआईसीयू के लिए निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। निर्देश के बाद अधिकारियों ने ले-आउट का कार्य पूर्ण कर भवन निर्माण प्रारंभ करा दिया है। यह संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

पीआईसीयू की होगी स्थापना

बच्चों के लिए नई चिकित्सा यूनिट बनने के बाद बच्चों को जीवन रक्षक इकाई की सुविधा मिल सकेगी। भवन तैयार होने के बाद तकरीबन 1 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से शिशु गहन चिकित्सा केन्द्र (पीआईसीयू) की स्थापना परिसर में ही की जाएगी।

अभी तक यहां केवल नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) का ही संचालन हो रहा है। यहां केवल एक माह की आयु के ही बच्चों को इलाज के लिए रखा जा सकता है। जबकि पीआईसीयू की स्थापना होने के बाद यहां एक माह से 12 वर्ष तक के बच्चों को इसका लाभ मिलने लगेगा। जिससे उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया हो सकेगी।

पीआईसीयू में रहेगी यह सुविधा

बता दें कि पीआईसीयू का संचालन बड़े शहरों के निजी अस्पतालों में ही होता है। हालांकि यहां जिला अस्पताल में भी पीआईसीयू का संचालन किया जा रहा है।

किन्तु गंभीर स्थिति में बच्चों को रेफर करना कठिन होता है। ऐसे में अस्पताल परिसर में पीआईसीयू का निर्माण किया जा रहा है। चिकित्सकों की मानें तो इस इकाई में 12 वर्ष तक के बच्चों को आधुनिक उपचार सुविधा मिल सकेगी।

जिसमें बच्चों को निमोनिया, झटके लगना, डिहाइड्रेशन अथवा किसी भी इमरजेंसी में अत्याधुनिक मशीनों में तापमान बनाकर रखा जा सकेगा। पीआईसीयू में सक्शन मशीन, ऑक्सीजन मशीन, पल्स हार्ट मीटर, सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई, मॉनीटर, बच्चों के बीपी-शुगर यंत्र समेत बच्चों के इलाज में काम आने वाली अत्याधुनिक मशीनें मौजूद रहेंगी।

इस यूनिट के स्थापित होने के बाद अत्याधुनिक उपचार की सुविधा जहां बच्चों को मुहैया होगी तो वहीं शिशु मृत्य दर पर भी अंकुश लग सकेगा।

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