- विधायक डॉ सीतासरन शर्मा और नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने किया निरीक्षण
इटारसी। बंगलिया क्षेत्र में बारिश के दौरान रेलवे पुल और डायवर्सन रोड पर बने पुल पर पानी आने से आवागमन बंद हो जाता है। इटारसी नगरपालिका ने डायवर्सन रोड के पुल पर पुल को ऊंचा करने की प्लानिंग की है, जिसका प्रस्ताव बैठक में आने वाला है। इधर बंगलिया क्षेत्र की पार्षद ज्योति बाबरिया ने विधायक डॉ शर्मा को पत्र देकर मांग की है कि रेलवे पुल के बगल से ही नया पुल बनाकर एक सड़क से जोड़ दिया जाए या जो वर्तमान पुल बना है, उसे ऊंचा कराया जाए तो बंगलिया की बारिश में शहर से कनेक्टिविटी बंद नहीं होगी। पार्षद के पत्र पर विधायक डॉ शर्मा ने पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार बाबरिया और समाजसेवी मनीष ठाकुर के साथ मौके का निरीक्षण किया और नए पुल की संभावनाएं तलाशी।
नपाध्यक्ष ने भी किया निरीक्षण
पार्षद ज्योति राजकुमार बाबरिया के पत्र के बाद स्थिति का जायजा लेने नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे भी बंगलिया पहुंचे और पार्षद प्रतिनिधि व वार्डवासियों के साथ पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने डायवर्सन रोड पर बंगलिया में प्रस्तावित अंडरपास के स्थल का निरीक्षण भी किया। श्री चौरे ने कहा बंगलिया में बारिश के समय जो आवागमन की समस्या होती है, उसी को देखते हुए अवाम नगर पुलिया का प्रस्ताव लाए थे। लेकिन उससे भी अच्छा विकल्प बंगलिया में बना वर्तमान पुल है, इसे ऊंचा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यहां की समस्या सांसद दर्शन सिंह चौधरी और विधायक डॉ सीतासरन शर्मा के माध्यम से रेलवे अधिकारियों के संज्ञान में लाएंगे और अनुमति के बाद कलवर्ड पुलिया निर्माण कराएंगे। इसके अलावा अंडरपास पुलिया के लिए भी रेलवे को पत्राचार करेंगे।
पार्षद ने किया पत्राचार
वार्ड 8 की पार्षद ज्योति राजकुमार बाबरिया ने विधायक और नगरपालिका अध्यक्ष को बताया कि उत्तर बंगलिया में रेलवे ने सीमांकन कर कुछ स्थानों पर बाऊंड्रीवॉल कर दी है। प्रवेशद्वार और वार्ड में नाले पर बना पुल का कुछ हिस्सा भी रेलवे हद में आना बताया जा रहा है। ऐसे में वार्ड की जनता के सामने आवागमन का संकट है। यह संकट बारिश में और अधिक बढ़ जाता है जब हल्की बारिश में ही रपटे के ऊपर पानी आ जाता है और रास्ता बंद हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि नगरपालिका परिषद में 27 फरवरी को होने वाले साधरण व्यापाक सम्मेलन में आवाम नगर में पुलिया निर्माण के लिए 1.5 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति का प्रस्ताव एजेंडे में शमिल किया है। अध्यक्ष ने जनता की समस्या के विषय पर ध्यान दिया अच्छी बात है, परन्तु 1.5 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होगा। इस प्रस्ताव पर पुन: विचार किया जाना चाहिए।
ये आ सकती है समस्या
- अवाम नगर के वर्तमान पुल की ऊंचाई हाईवे की सड़क के बराबर है और आगे उसी हाईवे की सड़क के बराबर सांकरिया पुल बना है। इस सड़क और पुल पर बारिश के दिनों में एमपीईवी कार्यालय से लेकर सांकरिया पुल तक करीब 3 से 5 से फिट पानी रहता है। ऐसे में पुल ऊंचा कर भी देंगे तो आगे सड़क पर पानी रहने पर जनता फिर भी आवागमन नहीं कर पायेगी।
- पुल से सड़क की दूरी भी ज्यादा नहीं है। ऐसे में पुल अगर ऊंचा बनता भी है तो फिर उसका उतार कैसे मेंनटेन होगा। साथ हो पुलिया से सड़क पर आने में दुर्घटना की संभावना भी होगी। इस स्थिति में 1.5 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी क्षेत्र की जनता को बारिश में आने-जाने के लिए परेशान होना पड़ेगा। अत: एक बार पुन: निरीक्षण कर इस पर विचार किया जाए।
इससे हो सकती है समस्या हल
- वर्तमान रपटे को रेलवे से स्वीकृति के बाद ऊंचा किया जा सकता है।
- उत्तरी बंगलिया में दूसरी गली पर एक कल्वर्ड पुलिया का निर्माण भी कराया जा सकता है।
- वन विभाग की जमीन जो खंडहर पड़ी है वहां से आने जाने का रास्ता निकल सकता है। नाले और मुख्य सड़क की दूरी करीब 80 से 90 मीटर है। अगर वन विभाग अनुमति देता है और यहां पुलिया बनती है तो सीधे मुख्य मार्ग पर आकर मिलेगी।
- इस रास्ते से उत्तरी बंगलिया, दक्षिणी बंगलिया, आवाम नगर, लक्ष्मी नगर, सांईनाथ बेकरी, पशुपतिनाथ मंदिर एरिया सहित अन्य क्षेत्रों के करीब 5 हजार रहवासियों को बारिश में आने-जाने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।