- – नर्मदा में प्रत्येक घाट पर आस्थाएं हिलोरे मार रही
नर्मदापुरम। सावन के दूसरे सोमवार को एक बार फिर जि़ला शिवमय हो गया। शिवालयों में भोलेनाथ का अभिषेक, 56 भोग और महाआरती के आयोजन हो रहे हैं। वहीं सावन का दूसरा सोमवार इसलिए भी खास है क्योंकि आज हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) भी है। वैसे तो जिले के कण-कण में शिव बसे हैं।
ऐसे में कई प्राचीन मंदिर भक्तों की आस्था के केंद्र हैं। सावन के दूसरे सोमवार सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी (Queen Pachmarhi of Satpura) में भक्त पहुंच रहे हैं वहीं तिलक सिंदूर (Tilak Sindoor), काले महादेव (Kale Mahadev), इच्छापूर्ति मंदिर (Ichhapurti Temple), प्राचीन शिव मंदिर ( Ancient Shiva Temple) में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है।
इधर अमावस्या पर नर्मदा के प्रत्येक घाट पर आस्था हिलोरे मार रही है। तीज त्योहारों के नजरिए से आज कई शुभ संयोग बन रहे हैं। आज सावन महीने की अमावस्या है। इसे हरियाली अमावस्या कहा जाता है।
जब सोमवार को अमावस्या रहती है तो इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। आज सावन माह में सोमवती अमावस्या के साथ ही ग्रह नक्षत्रों के कई शुभ योग बन रहे हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सावन माह में आने वाली अमावस्या को हरियाली या श्रावणी अमावस्या कहते हैं। इस दिन भगवान शिव जी की पूजा-अर्चना की जाती है। इस अमावस्या पर पूजन-पाठ तीर्थ दर्शन, पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य करने का महत्व है। सोमवार को नर्मदा में स्नान, दान -पुण्य करने वालों की भीड़ लगी रहीं। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। प्रमुख सेठानी घाट पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ देखने को मिली। इस दौरान भक्तों ने पूजन पाठ कर दरिद्र नारायण को दान-पुण्य कर धर्म लाभ कमाया।