जिस परिवार में भक्त जन्म ले लेता है, उस परिवार की 21 पीढिय़ों का उद्धार हो जाता है

नर्मदापुरम। मांं ललिता आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत अष्टोत्तरशत संगीत में श्रीमद् भागवत महापुराण के चतुर्थ दिवस में पूज्य ब्रह्मवेदामृत पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी श्रीश्री 1008 श्री विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने बामन भगवान के प्रसंग को सुनाया।
प्रह्लाद चरित्र का वर्णन करते हुए नरसिंह भगवान की कथा के श्रवण कराकर सूर्यवंश में भगवान राजाराम के जन्मोत्सव के साथ ही चंद्रवंश में भगवान श्रीकृष्ण चंद्र के जन्मोत्सव की कथा श्रवण कराई। स्वामी जी ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब तक भगवान विविध स्वरूप में अवतार धारण करते हैं। भगवान श्री कृष्ण का लीला पुरुषोत्तम अवतार है। भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे। भगवान श्री कृष्ण लीला पुरुषोत्तम है, भगवान का जन्म महोत्सव की कथा श्रवण करने पर व्यक्ति के अनेक जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही कथा में महामंडलेश्वर स्वामी श्री श्री 1008 ईश्वरानंद गिरि महाराज उत्तम स्वामी का आगमन हुआ। महर्षि उत्तम स्वामी ने कहा यह अनुष्ठान निश्चित रूप से पर्यावरण के लिए जन कल्याण के लिए बड़ा ही मंगलकारी है। आयोजन के संयोजक आचार्य पं. अजय दुबे को महर्षि उत्तम स्वामी ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए, आज्ञा प्रदान की, कि ऐसे आयोजन अनेकानेक स्थानों पर करें।
महाराज के साथ मुख्यमंत्री के अनुज नरेंद्र सिंह चौहान, वरिष्ठ भाजपा नेता तपन भौमिक, सोहागपुर विधायक विजय पाल सिंह, भाजपा नेता पीयूष शर्मा, विकास नारोलिया, अनिल बुंदेला, लक्ष्मण सिंह बैस, रविंद्र चौहान, वरिष्ठ समाजसेविका नीरजा फौजदार, यशवंत गौर, आरती शर्मा, वंदना शर्मा, आनंद शंकर शुक्ला, मधुसूदन गौर, श्याम मालवी, कमलेश मालवीय, सुधा शर्मा, अजय गर्ग, राकेश अग्रवाल, अजय मिश्रा, माला मालवीय, अंजना श्रीवास्तव, मीनू वैश्य, धर्मेंद्र कुमार शर्मा, डोली धवले, नरेश गौर, निखिलेश्वर, कामता प्रसाद गौर, गंगाराम गोर, दुर्गेश गोर, दुर्गेश यादव, रवि वर्मा सहित अनेक धर्मावलंबियों ने भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया। आज माँ ललिता आश्रम में छप्पन भोग लगाया जायेगा