किसानों ने रेल लाइन का काम बंद कराया
नौकरी नहीं मिलने पर नाराजी, दस दिन का अल्टीमेटम (Ultimatum)
इटारसी। भूमि अधिग्रहण (land acquisition) के बाद रेलवे से परिवार के आश्रितों को नौकरी नहीं मिलने पर ग्राम मेहरागांव (Mehragaon), बोरतलाई (Bortalai), तरोंदा (Taraonda), देहरी (Dehri), साकेत (Saket), रैसलपुर (Raisalpur) के किसानों (Farmers)ने आज डोलरिया-मेहरागांव (Dolaria-Mehragaon Road)रोड पर एकत्र हुए और करीब एक घंटे रेल लाइन (Rail line)का काम बंद करा दिया। ये किसान रेलवे पर भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं। मौके पर मौजूद रेल अधिकारी ने उनको कोर्ट जाने की सलाह दे डाली।
किसानों का कहना है कि 17 दिसंबर 2013 पत्र क्रमांक 122 भूमि अधिग्रहण दिनांक 11 मार्च 2015 रीवा-सीधी-सिंगरौली रेल परियोजना (Singrauli Rail Project)में प्राप्त 181 उम्मीदवार को ग्रुप डी में 30 नवंबर 15 से 11 दिसंबर 15 तक नौकरी दे दी गई। इसमें सभी आवेदक 8 वी, 10 वी और अनपढ़ भी थे। किसी के पौत्र, पुत्री, दामाद, पुत्रवधु को बिना शर्त नौकरी दी गई है। लेकिन हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि दस दिन में हमारी समस्या का हल नहीं हुआ तो हम गांव में चल रहे रेलवे के काम को बंद कराके आंदोलन करेंगे।