इटारसी। बुधवार को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से विस्थापित होकर पुनर्वासित ग्राम मालिनी में माखननगर एवं सोहागपुर तहसील व केसला क्षेत्र मालिनी, कांकड़ी, साकोट, चूरना, रोरीघाट, और जाम व वनग्राम माना आदि के विस्थापित किसानों के साथ किसान मजदूर परिषद मध्य प्रदेश के तत्वावधान में किसानों के हक अधिकार एवं किसानों के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाभान्वित कराने संबंधित बैठक का आयोजन किया।
मुख्य रूप से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से कई वनग्रामों को जिले की विभिन्न तहसीलों में पुनर्वास कराया है, जिसका 10-12 वर्षों से लेकर 18 वर्षों तक का अंतराल हो गया है, पर उन्हें भारत सरकार व मध्यप्रदेश की सरकार ने आज तक किसान नहीं माना है, इसलिये प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना व प्रधानमंत्री फसल बीमा की योजनाओं से वंचित रखा है। आज वर्तमान समय तक इसके संबंध में संगठन द्वारा कई अवसरों पर शासन एवं प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत भी कराया है पर कोई विशेष कार्यवाही नहीं हुई।
बैठक में मुख्य रूप से किसान मजदूर परिषद के पूर्व जनपद सदस्य जयसिंह, पूर्व जनपद सदस्य, मोतीराम तेकाम, हरिप्रसाद यादव पूर्व उप सरपंच, श्रवण धुर्वे सरपंच धांई, फग्गनसिंह काकोडिय़ा उप सरपंच, कलीराम यादव, नेहरू, हरिराम, प्रहलाद सिंह, लखनलाल कलमे, प्रयाग, मोहन, शिवलाल बारस्कर, फागराम पूर्व जिला पंचायत सदस्य उपस्थित रहे।
फागराम ने कहा कि सांसद दर्शन सिंह चौधरी को भी ज्ञापन दिया है। अगर सरकार किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं देगी तो आंदोलन किया जाएगा। 4 सितंबर को माखन नगर तहसील में किसानों के हक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित रखे जाने के संबंध में तहसीलदार को ज्ञापन दिया जाएगा।