इटारसी। शासकीय महाविद्यालय सुखतवा (Govt College Sukhtawa) में विश्व बैंक परियोजना अंतर्गत उत्कृष्टता गतिविधियों के लिए विषय विशेषज्ञ व्याख्यान कार्यक्रम के अंतर्गत एक व्याख्यानमाला का आयोजन आज महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। सरस्वती वंदना महाविद्यालय की छात्रा सुनिधि चौहान ने प्रस्तुत की। प्राचार्य डॉ नीता राजपूत (Principal Dr. Neeta Rajput) के मार्गदर्शन और अध्यक्षता में आज का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि छात्रों को अपने जीवन का लक्ष्य हमेशा निर्धारित करना चाहिए।
महाविद्यालय के विश्व बैंक परियोजना प्रभारी शरद राय (World Bank Project Incharge Sharad Rai) ने कार्यक्रम के लक्ष्य से अवगत कराया गया कि क्यों इस कार्यक्रम को करने की आवश्यकता पड़ रही है। व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री इटारसी से पधारे जेडब्ल्यूएम नीरज चौहान ने युवाओं में बढ़ती हुई अवसाद की समस्या और उनके मानसिक स्वास्थ्य के बारे में समझाया।
उन्होंने बताया कि लोगों को जीवन में अच्छे दोस्त बनाना चाहिए जो कि हमें समय-समय पर गलत और सही बातों से अवगत करा सकें। हमें अपनी बातों को अपने माता-पिता से हमेशा शेयर करना चाहिए जिसके कारण हम अपने ऊपर आने वाली समस्याओं या परेशानियों से दूसरों को बता कर अपने आप को परेशानियों से दूर कर सकें।
विशिष्ट वक्ता शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल तवानगर के नरेश गुप्ता वरिष्ठ व्याख्याता (Naresh Gupta Senior Lecturer of Government Model Higher Secondary School Tavanagar) ने आज के समय में रोजगार के अवसर के बारे में बताते हुए कहा कि जैविक खेती, बागवानी एवं आधुनिक कृषि के तकनीकि के संदर्भ में विशेष व्याख्यान दिया।
इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं को सामान्य रूप से किस से खेती करना चाहिए और किस प्रकार से अपने जीवन में अन्य आधुनिक तरीके से रोजगार के अवसर इस क्षेत्र में हम प्राप्त कर सकते हैं, के बारे में विस्तृत जानकारी दें।
विशेष वक्ता के रूप में मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अपेक्षा भावसार ने छात्र छात्राओं को पोषण आहार एवं स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जानकारी दी कि हमें किस प्रकार का भोजन कैसा भोजन मौसम के अनुसार करना चाहिए जिससे हमें अपने स्वास्थ्य का लाभ समय-समय पर मिल सके।
वही अंतिम विशिष्ट अतिथि वक्ता के रूप में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती दीपमाला आहाके (Women and Child Development Project Officer Mrs. Deepmala Ahake) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं राज्य प्रशासनिक सेवा में कैरियर के अवसर चुनौतियां एवं चयन की तैयारियों रणनीतियों पर अपने विचार व्यक्त किए उन्होंने बताया कि उक्त दोनों परीक्षाएं तीन चरणों में संपन्न होती है।
जिसमें प्रारंभिक परीक्षा लिखित परीक्षाऔर मौखिक परीक्षा के उपरांत छात्रों का चयन किया जाता है जिसमें रैंकिंग के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। जिसमें अलग-अलग पदों के लिए उन्हें चयनित किया जाता है। उपरोक्त सभी वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के जवाब भी दिए।
कार्यक्रम मे महाविद्यालय परिवार और विश्व बैंक परियोजना की। ओर से उक्त कार्यक्रम को याददाश्त बनाने हेतु वक्ताओं को स्मृति चिन्ह स्वरूप शील्ड भेंट की गई। आभार मधु तलरेजा ने किया।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय परिवार मौजूद रहा, और साथ ही साथ समस्त छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संचालन डॉ. सौरभ तिवारी ने किया।