इटारसी। रंग मंचीय अभिनय (stage performance) कार्यशाला के दूसरे दिन निर्देशक मंडल के सदस्यों प्रियंक नागर, सरताज सिंह चौहान (Sartaj Singh Chauhan) एवं राकेश अहिरवार ने प्रशिक्षणार्थियों को अभिनय कला को प्रभावी बनाने के टिप्स दिए।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को छह भागों में बांट कर निर्देश दिए कि वे स्वयं कहानी बनाकर नाटक के रूप में प्रस्तुत करें। प्रतिभागियों ने अपने ग्रुप में विचार-विमर्श कर कहानी बनाई एवं उसका प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया। कहानियों के शीर्षक हेलमेट, भूख, रोटी, मां, मोबाइल के दुष्परिणाम, कालाबाजारी और बेरोजगारी थे। नाटक देख रहे प्रतिभागियों ने रोटी नाटक एवं उसके पात्रों के अभिनय की सराहना की। राकेश अहिरवार (Rakesh ahirwar) की शॉर्ट फिल्म पोस्टकार्ड एवं बीके पटेल (BK Patel) की शार्ट फिल्म पत्नी की धोखाधड़ी से विक्षिप्त का फ्रस्ट्रेशन का प्रदर्शन प्रोजेक्टर पर किया। दूसरे दिन प्रशिक्षार्थियों की संख्या 31 हो गई। कार्यशाला के सुचारू संचालन में विनोद कुशवाहा (Vinod Kushwaha), भगवान दास एवं राजकुमार दुबे (Rajkumar Dubay) का सराहनीय योगदान रहा।