इटारसी। नगर में पेयजल संकट की आहट सुनाई देने लगी है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सोनासांवरी नाका क्षेत्र में पेयजल संकट की शुरुआत हो गई है। गर्मी बढऩे के साथ ही जलस्तर नीचे जाने के बाद अब मटमैला पानी नलों से आने लगा है। हालांकि नगर पालिका यहां टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति कर रही है, लेकिन वर्षों से इस क्षेत्र में पेयजल संकट के बावजूद स्थायी समाधान अब तक नहीं तलाश जा सका है।

सोनासांवरी नाका क्षेत्र वार्ड क्रमांक 16-17 में नगर पालिका के नलों में खराब पानी आने की शिकायत शुरु हो गयी है। यहां नलों से गंदा पानी आना शुरु हो गया है। वार्ड के लोगों ने इसकी शिकायत की है। यहां जल संकट प्रतिदिन तापमान बढऩे के साथ ही गहरा रहा है, नगर पालिका पानी के टैंकर से जलापूर्ति करा रही है।
ट्यूबवेल ले रहे अंतिम सांसें
नगर के वार्ड 16,17 और 12 के झुग्गी वाले क्षेत्र में ट्यूबवेल अंतिम सांसें ले रहे हैं, जिनसे थोड़ा पानी मिल रहा है। आज सोनासांवरी नाका क्षेत्र में तो मटमैला पानी आया है। जल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर नीचे जाने के कारण ज्यादातर नलकूपों में पानी नहीं बचा है। जहां टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। वार्ड में करीब 20 बोर हैं, जिनमें से ज्यादातर अंतिम सांसें गिन रहे हैं। गर्मी के दिनों में इनसे पानी मिलना मुश्किल हो जाता है।
ये क्षेत्र हो रहे प्रभावित
गर्मी में जलस्तर कम होने से नगर के कई हिस्सों में जलसंकट की स्थिति बन जाती है। अभी गर्मी की शुरुआत में ही नगर के वार्ड 16-17 में तिरुपति कालोनी, अजैवचन कालोनी, महर्षि नगर, वागेश्वरी विद्या मंदिर, एलआईसी कार्यालय के पास तथा हरसंगत कालोनी को छोड़कर ज्यादातर हिस्सों में पानी की समस्या हो गई है, जहां मेहराघाट से पानी की सप्लाई की जा रही है। अंतिम छोर पर टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।
इनका कहना है…
ज्यादातर ट्यूबवेलों में पानी नहीं बचा है, कुछ जगहों पर मेहराघाट का पानी दिया जा रहा है तथा कई क्षेत्रों में टेंकरों से सप्लाई की जा रही है।
आदित्य पांडेय, प्रभारी अधिकारी जल शाखा