इटारसी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में फिलहाल बारिश से राहत मिलते दिखाई नहीं दे रही है। पिछले चौबीस घंटों से प्रदेश के भोपाल (Bhopal), इंदौर (Indore) व नर्मदापुरम (Narmadapuram) संभागों के अधिकांश स्थानों पर, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन व चंबल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा रीवा, सागर व ग्वालियर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई है। आगामी चौबीस घंटों में विदिशा, बैतूल, गुना, छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना है। यह 64.5 से 204.4 मिमी तक हो सकती है। इन जिलों में बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
रायसेन, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, खंडवा, नर्मदापुरम, हरदा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, अशोकनगर, श्योपुरकलॉ, शिवपुरी, अनूपपुर, जबलपुर, मंडला ओर सागर जिलों में भारी वर्षा 64.5 से 115.6 मिमी तक होने की संभावना है। भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में तथा गुना, अशोकनगर, शिवपुरी जिलों में अधिकांश स्थानों पर, श्योपुरकलॉ, नीमच, मंदसौर, सागर, दमोह, छतरपुर जिलों में अनेक स्थानों पर तथा रीवा संभाग के जिलों में तथा पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना जिलों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक, वज्रपात के साथ बौछारों वाला मौसम रहेगा। आगामी कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बना रहने की संभावना है।
देश : इन राज्यों में मूसलाधार वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले दो दिन के दौरान उत्तराखंड (Uttarakhand), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और पूर्वी राजस्थान (Eastern Rajasthan) में तेज बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो-तीन दिन में पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी भारत के आसपास के इलाकों में भी सामान्य से कहीं अधिक वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दो दिन में, पश्चिमी विक्षोभ और कम दबाव का क्षेत्र बनने से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में अतिवृष्टि हुई है, जिससे भूस्खलन तथा बाढ़ जैसी स्थिति और व्यापक क्षति हुई है। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में शनिवार से हो रही वर्षा आज कम होने की संभावना है। विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। इधर, राष्ट्रीय राजधानी यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है और जलस्तर 206.04 मिलीमीटर दर्ज किया गया है।