इटारसी। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवी और बारहवी के परीक्षा परिणाम आज शाम घोषित हुए। इटारसी से तीन स्टुडेंट ने जिले की प्रावीण सूची में अपना स्थान बनाया। खास बात यह है कि तीनों बेटियां हैं। इन तीनों में से दो प्रायवेट रेनबो पब्लिक स्कूल की छात्राएं हैं जबकि तीसरी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला पुरानी इटारसी की छात्रा हैं।
इंजीनियर बनकर देश निर्माण की इच्छा

मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवी में जिले की मेरिट लिस्ट में टॉप स्थान बनाने वाली इटारसी के न्यास कालोनी की छात्रा राशिका राय की इच्छा इंजीनियर बनकर देश निर्माण की है। इसके लिए वे कड़ी मेहनत कर रही हैं। टॉप मुकाम हासिल करने वाली राशिका राय अपनी सफलता का श्रेय सबसे पहले अपने पिता कौशलेश राय और माता दुर्गा राय से मिले सहयोग और प्रोत्साहन को देती हैं। इसके बाद अपने रेनबो पब्लिक स्कूल के टीचर्स और अपनी कोचिंग के सर से मिले मार्गदर्शन को देती हैं। उनकी इंजीनियर बनने की ख्वाहिश है और इसके लिए वे कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार हैं।
आईएएस की तैयारी शुरु, बिना कोचिंग सफलता

शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 12 वी की छात्रा हुमैरा सरदार पटेलपुरा, वार्ड नंबर 2 पुरानी इटारसी की छात्रा हैं। आईएएस बनने का सपना है और उन्होंने अभी से इसकी तैयारी भी प्रारंभ कर दी है। यूपीएससी के लिए वे अभी से मेहनत कर रही हैं। उनकी सफलता के पीछे उनकी स्वयं की मेहनत, स्कूल के शिक्षकों का मार्गदर्शन तो है ही, प्राचार्य श्रीमती सपना गिरधारी की मॉनिटरिंग की भी खासी भूमिका है। वे अपनी कुर्सी पर कम, क्लास में बच्चों की पढ़ाई पर खास नजर रखती हैं। हुमैरा को घर का माहौल भी पढ़ाई के लिए अनुकूल मिला, सबका सहयोग उनकी हौसलाअफजायी के लिए काफी था, उन्होंने बिना कोचिंग के स्वयं के भरोसे यह बेहतर मुकाम हासिल किया है।
रील की आईपीएस से प्रभावित

हायर सैकंड्री में जिले की मैरिट लिस्ट में तीसरा स्थान पाने वाली पलक मालवीय सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगी। वे आईपीएस बनने की ख्वाहिशमंद हैं। दरअसल, एक टीवी सीरियल ‘दीया और बाती हम’ की किरदार संध्या राठी से प्रेरित हैं और इसे देखकर उनके मन में भी सेवा की भावना जागी और उन्होंने सिविल सर्विसेज के लिए अपना मन बना लिया है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय सबसे पहले अपने स्कूल रेनबो पब्लिक स्कूल के टीचर्स, डायरेक्टर्स, फिर अपने माता-पिता और अपने कोचिंग के सर को दिया है। परिणाम से वे बहुत खुश हैं, आगे और बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की तैयारी कर रही हैं।