जबलपुर। किसी भी बांध के गेट तब खोले जाते हैं, जब उसका जलस्तर निर्धारित से ऊपर जाए या फिर जाने की संभावना हो। ऐसा अक्सर मानसूनी सीजन में ही होता है। लेकिन, भीषण गर्मी में जब जलस्तर निम्रतर स्थिति में हो, तब गेट खोलना आश्चर्यजनक होता है। ऐसा ही आश्चर्य कल जबलपुर में हुआ जब बरगी बांध के तीन गेट एक मीटर तक खोले गये। बरगी बांध के गेट सामान्य तौर पर बरसात में खोले जाते हैं, जब बहुत अधिक बारिश होती है और बांध में ओवरफ्लो की स्थिति बन जाती है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि जब बांध का पानी अपने निचले स्तर पर है और इसके तीन गेट खोले हैं।
बरगी बांध में जब अधिकतम जलभराव स्तर 421 मीटर के ऊपर पहुंच जाता है तो गेट खोले जाते हैं लेकिन बरगी बांध का फिलहाल जल स्तर 410 मीटर के आसपास है, इसके बाद भी 3 गेट खोले हैं। बरगी बांध के इंचार्ज अधिकारी शैलेंद्र राठौर के अनुसार जबलपुर जिला प्रशासन की ओर से एक रिक्वेस्ट आई थी, जिसके बाद नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बांध के गेट खोलने का फैसला किया। पॉवर प्लांट में खराबी के कारण खोले बरगी बांध का पानी एक टनल से पावर प्लांट में पहुंचता है, जहां बिजली बनती है।
इस पानी को नदी में फ्लो बनाकर रखना होता है, शहर को पेयजल और अन्य चीजों के लिए पानी यहीं से मिलता है। लेकिन इन दिनों पॉवर प्लांट बंद है, पॉवर प्लांट के भीतर दो टरबाइन हैं, जिनमें से एक मेंटेनेंस की वजह से बंद है और दूसरे में बड़ा फाल्ट आ गया। इस वजह से समस्या खड़ी हो गई, इसके बाद पॉवर प्लांट पूरी तरह से ठप हो गया है। अब तक इस पॉवर प्लांट से एक लाख यूनिट रोज बिजली बन रही थी, जो फिलहाल ठप है।
इसी की वजह से टरबाइन बंद हैं और यहां से नर्मदा में पहुंचने वाला पानी भी रोक दिया गया। इसे सुधारने में अभी 2 दिन का वक्त लगेगा, ऐसे में शहर को पानी कैसे मिलेगा, इसलिए गेट खोलकर नर्मदा में जलस्तर बनाकर रखा जा रहा है, टरबाइन सुधरने तक पानी बांध के गेटों के माध्यम से ही दिया।