इटारसी। भगवान भोलेनाथ को मनाने महाशिवरात्रि के अवसर पर हजारों भक्त सुबह से तिलक सिंदूर पहुंचे हैं। अल सुबह पहला महा अभिषेक के बाद भक्तों के लिए भगवान का दरबार प्रारंभ हो गया है।
सुबह से ही भक्तों का तिलक सिंदूर पहुंचना प्रारंभ हो गया है, अपने बाबा को मनाने शिवभक्त सुबह से गुफा मंदिर पहुंचकर शिवलिंग के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर के गर्भगृह में पहुंचने की अनुमति किसी को नहीं है, भीतर सिर्फ भूमका बैठे हैं जबकि भक्तों को बाहर से दर्शन करने और पूजन सामग्री के लिए एक टीन का रेम्प बना है, जहां से वे शिवलिंग तक बेलपत्र, धतूरा, नारियल, प्रसाद, जल आदि पहुंचा रहे हैं। सुरक्षा का खासा बंदोवस्त है और बड़ी संख्या में पुलिस जवान तिलक सिंदूर मंदिर, मेला स्थल आदि में तैनात हैं।
तिलक सिंदूर की पहाड़ी के सामने मैदान में मेला भी लगा है, जहां घूमने वालों की बड़ी संख्या पहुंची है। तिलक सिंदूर मंदिर से करीब आधा किलोमीटर पहले ही वाहनों को रोक दिया जा रहा है ताकि मेला स्थल पर किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। राजस्व और पुलिस विभाग का पूरा अमला अधिकारियों के नेतृत्व में यहां सुरक्षा और व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है। सुरक्षा के लिए यहां इटारसी, पथरोटा, केसला, रामपुर और तवानगर से भी पुलिस बल पहुंचा है।
रास्ते में लगे हैं भंडारे
तिलक सिंदूर पहुंच मार्ग पर भक्तों के लिए फलाहारी भंडारे लगाये गये हैं। तिलक सिंदूर में हंसगंगा नदी के किनारे एक फलाहारी भंडारा लगा है तो एक भंडारा उससे कुछ पहले। जमानी से तिलक सिंदूर के बीच तीन से चार भंडारे हैं, जहां भक्तों को साबूदाना खिचड़ी, नमकीन मट्ठा, फल, पेयजल आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। इटारसी से जमानी मार्ग और धरमकुंडी से जमानी मार्ग पर भी कई जगह फलाहारी भंडारे चल रहे हैं।








