- नहर चलने से जलस्तर में कमी नहीं, फिलहाल है राहत
- जलसंकट की स्थिति में टेंकरों से मिलेगा पानी, टेंडर हुए
- अध्यक्ष और सभापति ने ली सभी पंप आपरेटर्स की बैठक
इटारसी। गर्मी में संभावित जलसंकट से निबटने नगर पालिका ने तैयारी कर ली है। अभी मेहराघाट और धौंखेड़ा से बारी-बारी पानी लिया जा रहा है। विगत दो दिन से मेहराघाट संयंत्र से चार से पांच घंटे पानी लाया जा रहा है, इतना ही समय धौंखेड़ा के पंप चल रहे हैं। दोनों जगह का पानी खेड़ा स्थित समवेल में लाया जा रहा है, यहां से टंकियां भरी जा रही है, और कुछ जगह डायरेक्ट सप्लाई हो रही है।
अप्रैल माह में ही गर्मी ने मई सा नजारा पेश किया है। तापमान लगातार ऊंचाई पर जाने से कहीं-कहीं जल संकट से हालात हो जाते हैं। फिलहाल शहर में केवल वार्ड 28 में जीन मोहल्ला में नलकूप का पानी उतरने से वहां संकट हुआ था। पुरानी इटारसी के हिस्सों में फिलहाल संकट नहीं है, जबकि सोनसांवरी नाका और अन्य पिछले वर्षों में जहां संकट हुआ था, कहीं स्थिति नहीं बिगड़ी है। आज नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे और जलकार्य समिति सभापति गीता पटेल ने पंप आपरेटर्स की बैठक ली। इस अवसर पर जल कार्य विभाग प्रभारी उपयंत्री आदित्य पांडेय, जल विभाग से रविन्द्र जोशी, राजा राम मालवीय, संजय दुबे और श्रीमती कंचना चौधरी भी मौजूद थे।
नगर पालिका की तैयारी
अप्रैल के मध्य और मई तथा जून में कुछ इलाके जलसंकट से जूझते हैं। नगर पालिका ने संभावित जलसंकट वाले क्षेत्रों के अलावा संपूर्ण शहर में पंप आपरेटर्स पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। आज ही नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे और जलकार्य समिति सभापति श्रीमती गीता देवेन्द्र पटेल ने समस्त बैठक में पंप आपरेटर्स की बैठक लेकर सबको कार्य के प्रति जिम्मेदारी से काम करने को ताकीद किया है।
ये तय हुई जिम्मेदारी
लापरवाही से मोटर पंप जला तो कार्रवाई पंप आपरेटर पर होगी। पेयजल सप्लाई के वक्त का विशेष ध्यान देना होगा। पंप के पास आपरेटर एवं प्रभारी का मोबाइल नंबर अंकित किया जाए, गीता पटेल ने आपरेटर्स को निर्देश में कहा कि किसी भी स्थिति में पंप की चाबी अन्य को नहीं दी जाए, लीकेज की जानकारी पंप आपरेर को देनही होगी, जल बचाने, टेंकरों से जल वितरण पंप आपरेटर कराएंगे।
नगर में जल वितरण
शहर में धौंखेड़ा और मेहराघाट से आने वाला पानी ओवरहेड टैंक से पाइप लाइन के माध्यम से नलों में पहुंचता है। इसके अलावा शहर के विभिन्न वार्डों में 278 नलकूप हैं, जिनसे पानी पाइप लाइनों के जरिये वार्ड के सार्वजनिक नलों और घरेलू कनेक्शन में जाता है। जल संकट के वक्त नगर पालिका के दो टैंकरों के अलावा हर वर्ष किराये पर टैंकर लेकर वार्डों में पेयजल वितरण का कार्य किया जाता है।