एसटीआर(STR) में नहीं बढ़ेगा हाथी(Elephant), जिप्सी(Gypsy) और नाव(Boat) का किराया
होशंगाबाद। अब जल्द ही पर्यटक बाघ, तेंदुआ, बारहसिंगा सहित अन्य वन्यप्राणियों को देख सकेंगे। जी हा एक अक्टूबर से सैलानी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एसटीआर(STR) घूम सकते हैं। सबसे खास बात की पर्यटकों को वहीं पुराने किराया ही देना होगा। यानि की एसटीआर में किराया नहीं बढाया गया है। एसटीआर करीब 7 माह बाद यह खुल रहा है। इस बार कोविड-19 के कारण सैलानियों के घूमने के लिए फीस नहीं बढ़ाई जाएगी।
हाथी की सवारी में बदलाव
हाथी पर सवारी में बदलाव किया गया है। अब दो लोग ही एक साथ घूम सकते हैं। परिवार के सदस्य चार लोग हाथी पर बैठ सकते हैं। एसटीआर क्षेत्र संचालक एसके सिंह ने बताया इस बार एसटीआर में किराया नहीं बढ़ाया है। सोशल डिस्टेंस का पालन भी कराएंगे।
ये वन्यप्राणी है
एसटीआर में बाघ, तेंदुए, बारहसिंगा, हिरण, भालू सहित अन्य वन्यप्राणी हैं। इनको देखने के लिए पर्यटक दूर.दूर से आते हैं। बीच में कोरोना के कारण मार्च से 18 जून तक बंद रहा था। इसके बाद फिर 12 दिन के लिए इसे खोला गया। इसके बाद बारिश के कारण फिर बंद कर दिया था जो अब खुल रहा है।
सैलानियों का होगा स्वागत
एक जिप्सी की बुकिंग में अधिकतम 6 लोग बैठ सकते हैं। बशर्ते वह एक ही परिवार हों। अन्यथा अलग.अलग होने पर एक जिप्सी में सिर्फ 4 लोग ही पर्यटन कर सकेंगे। सैलानियों का स्वागत किया जाएगा।
ऐसे समझे किराया
जो भी व्यक्ति मढ़ई जाता है। उससे 6 व्यक्तियों का एक राउंड का 4980 रुपया लिया जाता है। जिसमें 6 लोगों की 50 रुपए के हिसाब से 300 रुपए बोटिंग चार्ज, 2700 गाड़ी किराया, 480 रुपए गाइड और 1500 रुपए पार्क फीस के लिए जाते हैं। इस प्रकार से एक राउंड के कुल 4980 रुपए होते हैं।
हाथी पर घूमने की शर्ते
पर्यटक हाथी पर घूमना चाहता है तो उससे प्रति सवारी आधा घंटे का 1150 रुपया चार्ज लिया जाता है। एक समय में हाथी पर सिर्फ 2 पर्यटक ही घूम सकते हैं। एसटीआर में 5 हाथी हैंए लेकिन दो हाथी से सैर कराई जाती है।