पर्यटन विभाग ने आयोजित किया पहला वर्चुअल रोड-शो

भोपाल। पर्यटन विभाग (Tourism department) द्वारा ट्रैवल एजेंट (Travel agent) और टूर-ऑपरेटर्स (Tour operators) के लिये एक वर्चुअल रोड-शो (Virtual roadshow) का आयोजन किया गया। भारत का ह्रदय कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में इस आभासी रोड-शो और ई-बैठक में प्रदेश के पर्यटन, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की विस्तृत जानकारी दी गयी। पर्यटनीय आकर्षण से भरपूर मध्यप्रदेश में 11 राष्ट्रीय उद्यान और 24 वन्य-जीव अभ्यारण्य हैं। टाइगर स्टेट ऑफ इण्डिया से सम्मानित राज्य को सर्वाधिक संख्या के कारण ‘तेंदुआ राज्य’ का भी दर्जा मिल चुका है।
टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला (Tourism Department Principal Secretary Shiv Shekhar Shukla) ने बताया कि वर्चुअल रोड-शो द्वारा हम प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं, योजनाओं, उत्पादों आदि को बढ़ावा देने के सार्थक प्रयास कर रहे हैं। यह रोड-शो ट्रेवल एजेंट, टूर-ऑपरेटर्स और पर्यटन हितधारकों के बीच उत्सुकता उत्पन्न करने के साथ पर्यटकों को पर्यटन का नवीन आनंद लेने के लिये प्रोत्साहित करेगा। विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटकों के लिये नये यात्रा सर्किट को प्रोत्साहित करने और विरासत, साहसिक, वन्य-जीव, धार्मिक आदि पर्यटन-स्थलों को बढ़ावा देने के लिये नीतिगत कदम उठाये गये हैं।
पर्यटन बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री सोनिया मीणा ने कहा कि कोविड-19 के सभी सुरक्षा उपायों और नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान विभिन्न पर्यटन कार्यक्रम आयोजित किये गये। कोविड ने पर्यटन यात्राओं की प्राथमिकताओं को बदल दिया है। इसके मद्देनजर विभाग द्वारा ‘आसपास टूरिज्म’ अभियान शुरू किया है। विभाग द्वारा मध्यप्रदेश के पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के पर्यटकों के लिये विशेष यात्रा कार्यक्रम तैयार किये गये हैं।
मध्यप्रदेश में मन की शांति के लिये विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ, वन्य-जीव सफारी, प्राकृतिक सौंदर्य, साहसिक गतिविधियाँ, शिविर, जल-क्रीड़ाएँ, खाद्य संस्कृति, पारम्परिक धरोहर, आदिवासी संस्कृति, हस्तशिल्प, स्वास्थ्य और पर्यटन उपलब्ध हैं। राज्य में होम-स्टे, ग्राम-स्टे और फार्म-स्टे का भी विकास किया गया है।