व्यापारियों ने वापस ली हड़ताल(strike), कल से होगी खरीदी

व्यापारियों ने वापस ली हड़ताल(strike), कल से होगी खरीदी

इटारसी। अब किसान अपनी उपज, कृषि उपज मंडियों(Krasi upaj mandi) में लाकर बेच सकते हैं। मंडी कर्मचारियों(Mandi employees) की हड़ताल स्थगित होने के बाद आज मप्र सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ(MP Grain Cereals Pulses Oilseeds Merchant Federation) के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से भेंट कर हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है। अब मंडियों में व्यापारी अनाज खरीदी करेंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj singh Chouhan) से मध्यप्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मंत्रालय में भेंट की। इस अवसर पर कृषि मंत्री कमल पटेल(Agriculture Minister Kamal Patel) भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने समिति के सदस्यों को जानकारी दी कि मंडियों को स्मार्ट स्वरूप दिया जा रहा है। मंडी परिसर मल्टीपरपज़ कैंपस(Multipurpose campus) के रूप में विकसित किए जा रहे हैं। केंद्र द्वारा द फार्मर प्रोड्यूसर ट्रेड एंड कॉमर्स(The Farmer Producer Trade and Commerce) अध्यादेश लागू होने के बाद किसानों और व्यापारियों को मंडी परिसर में निरंतर बेहतर सुविधा मिलती रहे, इसके लिए आवश्यक संरचना और रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जानकारी दी कि मंडी फीस की दर 50 पैसे होने से किसानों और व्यापारियों के हितों के संरक्षण, मंडियों के सुगम संचालन और विकास गतिविधियों के विस्तार की प्रक्रिया में सहायता मिलना स्वाभाविक है।

व्यापारियों की तीन मांग थी
व्यापारियों की तीन मांग थी जिस पर वे हड़ताल(Strick) कर रहे थे। उनमें मंडी शुल्क 50 पैसे करना, निराश्रित शुल्क को खत्म करना और राज्य से बाहर माल भेजने पर अनुज्ञा पत्र की अनिवार्यता खत्म करना। सीएम शिवराज सिंह चौहान और कृषि मंत्री कमल पटेल से भेंट करने के बाद आज व्यापारियों ने भी हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी है। अब तक मंडी शुल्क 1.70 पैसे लगता था, अब 50 पैसे का आश्वासन मिला है तो निराश्रित शुल्क और अनुज्ञा पत्र की अनिवार्यता भी समाप्त करने की सूचना है।

पत्र भी जारी हो गया है
दि इटारसी ग्रेन एंड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल(Chairman Rajendra Aggarwal) ने मंडी सचिव को पत्र जारी कर व्यापारियों की हड़ताल समाप्त होने की सूचना भी दे दी है। संगठन के अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि व्यापारियों द्वारा की गई मांगों के विषय में आज महासंघ एवं मुख्यमंत्री की एक मीटिंग हुई। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों की मांगों का निराकरण कर दिया है, अत: 7 अक्टूबर से मंडी में पुन: नीलामी प्रारंभ की जाएगी। इस तरह से अब जिले की समस्त कृषि उपज मंडियों में बुधवार से कामकाज सुचारू हो सकेगा।

इनका कहना है…
मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से मध्यप्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों की भेंट और हमारी समस्याओं का निराकरण होने के बाद हड़ताल स्थगित हो गयी है। बुधवार से विधिवत व्यापारी नीलामी में शामिल होंगे।
राजेन्द्र अग्रवाल(Rajendra Agrawal), अध्यक्ष दि इटारसी ग्रेन एंड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसिएशन

हम जिन तीन प्रमुख मागों पर हड़ताल कर रहे थे, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से चर्चा के बाद उनका निराकरण हो गया है। अब व्यापारिक संगठनों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है। बुधवार से व्यापारी मंडी में नीलामी प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।
शैलेष ओसवाल(Shelesh Oshwal), युवा व्यापारी

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