इटारसी। दिगम्बर जैन समाज के युग नायक, अपनी वाणी एवं उत्कृष्ठ चर्या से जैन धर्म को जनधर्म के रूप में समस्त विश्व एवं भारत वर्ष में स्थापित करने वाले युग नायक संत शिरोमणि मुनि श्री विद्यासागर जी महाराज की आज प्रात: समतापूर्वक समाधि हो गयी है। संपूर्ण जैन एवं जैनेतर समाज भी मुनिश्री के महाप्रयाण से स्तब्ध एवं दुखी है।
समाज ने मुनिश्री के चरणों में विनयांजलि अर्पित की है। अपनी उत्कृष्ठ चर्या से संपूर्ण विश्व में जैन धर्म एवं संस्कारो की अलख जगाने वाली जिनधर्म प्रभावक आवाज अब सदैव के लिए चुप हो गयी है भावांजलि के इस क्रम में आज रात्रि 7:30 बजे से श्री भक्तामर पाठ का आयोजन वर्धमान स्तंभ वर्धमान परिसर में आयोजित है एवं कल प्रात: 9:30 बजे से सकल जैन समाज के सामूहिक तत्वावधान में एक मौन रैली आयोजित है, जो श्री पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर प्रात: 10 बजे श्री द्वारिकाधीश मंदिर प्रांगण पहुंचेगी। तत्पश्चात सर्वधर्म समाज द्वारा विनयांजलि अर्पित की जाएगी।